हापुड़ जिले में टीबी के 2100 मरीजों की दवाएं बीच में छूटने का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि टीबी के डॉट सेंटरों पर पुराना स्टॉक खत्म हो गया है, नया पर्याप्त नहीं मिल रहा। मरीजों को एक दिन की दवा देकर भेजा जा रहा है, कुछ सेंटर पर कर्मचारी ही नहीं मिले। ऐसे में मरीजों को मायूस लौटना पड़ा, बाजार से भी मरीजों को आसानी से दवा नहीं मिल रहीं। दवा न मिलने के कारण मरीज पहले ही परेशान हैं, वहीं गर्मी में अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं।
जिला अस्पताल में मरीज दवा लेने के लिए आ रहे थे, लेकिन दवा नहीं मिल रहीं थी। यहां बैठे अधिकारी ने बताया कि आज कर्मचारी क्षेत्र में गए हैं, जिसके कारण दवा दो बजे के बाद मिलेंगी। स्टोर में दवाओं की कमी बतायी गई। गढ़ रोड सीएचसी में बड़ी संख्या में टीबी के मरीज अस्पताल पहुंचे थे। लेकिन यहां भी एक या दो दिन की ही दवा दी जा रही थी। मरीजों ने बताया कि मंगलवार को दोपहर बाद दवा मिली थी, अब के लिए यहां आना पड़ता है, भी सुबह से खड़े हैं। रोजाना दवा लेने इससे ज्यादा पैसे किराए में लग रहे हैं।
कोठीगेट में बने डॉट केंद्र पर मरीज आ रहे थे, लेकिन यहां भी मरीजों को एक दिन की ही दवा दी जा रही थी। वहां तैनात कर्मचारी ने बताया कि हर मरीज को दवा मिल सके, इसलिए एक दिन की दवा दी जा रही है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की टीबी की दवाएं मरीजों को दी जा रही हैं, जरूरत के अनुसार दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी। सभी मरीजों को दवा मिल सकें, इसलिए एक या दो दिन की दवा दिला रहे हैं।