हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण (Hapur-Pilkhuwa Development Authority) की महायोजना-2031 (Master Plan-2031) की सौगात जनवरी माह की शुरूआत में मिलने की उम्मीदें हैं। शासन से फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंच गई है। जल्द ही प्राधिकरण के अधिकारियों को महायोजना के प्रस्तुतिकरण के लिए तिथि निर्धारित कर दी जाएगी। जिसके बाद इसे जिले में लागू करने का रास्ता साफ हो जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण के अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है।
दिल्ली एनसीआर के साथ जिले में विकास की रफ्तार जरूर बढ़ी है, लेकिन जिले का असली विकास महायोजना 2031 के लागू होने पर टिका है। इस महायोजना पर सभी की नजर है। 18 साल पहले वर्ष 2005 में हापुड़ के लिए महायोजना लागू हुई थी, जिसके आधार पर अब तक कार्य हुए हैं। एचपीडीए ने हापुड़ और पिलखुवा को विकसित करने के लिए महायोजना 2031 तैयार की थी। जिस पर सैकड़ों आपत्तियां आई। इनमें आवासीय, ग्रीन बेल्ट, औद्योगिक समेत अन्य कई तरह की आपत्तियां योजना में रोड़ा बने रही थी।
जल्द ही अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय में योजना का प्रस्तुतिकरण देंगे। मेरठ जिले को इसकी तिथि मिल चुकी है, अब जल्द ही हापुड़ को तिथि मिलनी बाकी है। जनवरी के पहले सप्ताह में ही तिथि मिलने की संभावना है।
हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण का दायरा बढ़ने के साथ औद्योगिक क्षेत्र में भी विकास होगा। लंबे समय से अटकी ट्रांसपोर्टनगर योजना भी विकसित होगी और निवेशकों का रुझान यहां बढ़ेगा। महायोजना के तहत आवासीय योजनाओं के लिए भी जमीन चिन्हित की गई है। फ्लैट कल्चर के साथ भूखंडों की बिक्री पर फोकस किया जा सकता है, जिसका लोगों को लाभ मिलेगा और प्रमाणित आवासीय कॉलोनियों में घर बनाने का सपना साकार होगा। कुल मिलाकर मास्टर प्लान 2031 में ऐसी योजनाएं भी शामिल हैं जिनसे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
एचपीडीए उपाध्यक्ष नितिन गौड़- ने बताया की शासन में बार-बार फाइल अटकने के बाद अब इस पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है। शासकीय समिति की बैठक के बाद फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंच गई है। जनवरी माह में ही महायोजना 2031 लागू होने की पूरी उम्मीद है।