हापुड़ में चिप्सीना बीज की कमी को दूर करने के लिए अब उद्यान विभाग ने किसानों से ही बीज तैयार कराने की मुहिम शुरू की है। बीज तैयार करने पर 25 हजार प्रति हेक्टेयर की दर से सब्सिडी मिलेगी। राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था से प्रमाण पत्र देगी।
जिले में बड़े पैमाने पर आलू की खेती होती है। बाजार में चिप्सोना आलू का दाम अन्य प्रजाति के आलू से करीब दोगुना होता है। ऐसे में हर साल चिप्सोना बीज के लिए मारामारी मचती है। इस बार भी उद्यान विभाग में बीज की शोर्टेज बनी है। बाजार में आलू के रेट अभी भी नहीं चढ़े हैं, मंडी में चिप्सोना आलू 600 से 650 रुपये तक बिक रहा है। हाईब्रिड आलू की स्थिति और भी खराब है।
विभाग को हापुड़ के लिए सिर्फ 450 क्विंटल चिप्सोना आलू का बीज आवंटित हुआ। इसके सापेक्ष 1500 क्विंटल से अधिक बीज की डिमांड थी। लेकिन इस बार सिर्फ उन्हीं किसानों को यह बीज दिया गया जो प्रमाणित बीज बनाने का इच्छुक है। किसानों से राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था में भी आवेदन कराया गया है। आलू तैयार होने पर संस्था की ओर से विशेषज्ञ किसान के खेत पर पहुंचेंगे, आलू के बोरियों में भरने के बाद उसकी टैगिंग कराएंगे। किसान भी विभाग की तरह अपने यहां उत्पादित बीज को दूसरे किसानों को बिक्री कर सकेंगे।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. हरित कुमार- ने बताया की जिले के किसान भी इस बार चिप्सोना आलू का बीज तैयार करेंगे। इसके लिए किसानों. को 450 क्विंटल आलू का बीज लॉटरी के जरिए आवंटित कर दिया गया है। किसानों को अनुदान भी दिया जाएगा।