हापुड़ में गढ़ रोड सीएचसी में दवाओं का बजट खत्म हो गया है, छह महीने के लिए महज 25 लाख का बजट मिला था। जबकि मरीजों को अब तक 50 लाख की दवाएं बांटी गई हैं। ये उधार की दवाएं दूसरी सीएचसी से मंगवाकर बांटी गई हैं।
हापुड़ सीएचसी की ओपीडी जिला अस्पताल से भी कहीं अधिक हैं। साल में दवाओं के बजट पर गौर करें तो शासन ने हर सीएचसी के लिए 50 लाख का बजट रखा है, जबकि जिला अस्पताल में दवाओं का बजट करीब पौने तीन करोड़ रुपये का है। जिला अस्पताल में अभी तक 50 लाख भी दवाओं पर खर्च नहीं हुए हैं। जबकि हापुड़ सीएचसी में छह महीने के अंदर ही 50 लाख की दवाएं बांट दी गई हैं।
तीन दिन तक अस्पताल में आवश्यक दवाओं का टोटा रहा। अब सीएमओ और सीएमएस ने जिला अस्पताल के बजट की दवाओं को किसी तरह यहां भिजवाया है। सीएचसी को मिला 25 लाख का बजट तीन महीने पहले ही खत्म हो गया है, ऐसे में जिले की दूसरी सीएचसी से डिमांड डलवाकर यहां दवाओं की कमी को किसी तरह पूरा किया जा रहा था। तीन दिन तक अस्पताल में एंटी बॉयोटिक, एलर्जिक और सीरप की भारी कमी रही। इस संबंध में अधीक्षक ने सीएमओ को पत्राचार भी किया।
साथ ही शासन को ईमेल के जरिए दवाओं का बजट खत्म हो जाने की जानकारी दी। तीन दिन तक मरीज दवाओं के लिए भटके, हालांकि बृहस्पतिवार रात में ही सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी और जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ.प्रदीप मित्तल ने इस समस्या को किसी तरह सुलझाया। जब तक सीएचसी में बजट का मामला स्पष्ट नहीं होता, तब तक अस्पताल को दवाएं जिला अस्पताल के बजट से मिलेंगी। शुक्रवार को दवाओं की एक गाड़ी सीएचसी भेजी गई, तीन दिन के अंदर स्टॉक पूरा कर लिए जाने का दावा अधिकारी कर रहे हैं।
हापुड़ सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी- ने बताया की जिले में दवाओं की कमी नहीं है, हापुड़ सीएचसी के बजट को लेकर शासन में पत्राचार किया है। फिलहाल जिला अस्पताल की दवाएं सीएचसी में मरीजों को दी जाएंगी।