जनपद हापुड़ में एच एन इन्फ्लूएंजा संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर जिले में रेपिड रेस्पोंस टीमों का गठन कर दिया गया हैं।
बच्चों “और बुजुर्गों को यह बीमारी ज्यादा परेशान कर रही है। तेज बुखार के साथ दम -उखाड़ने वाली खांसी बीमारी का प्रमुख लक्षण है, अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना 150-180 संदिग्ध मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे में सीएमओ ने निगरानी और नमूने लेने के आदेश दिए हैं।
जिले में बुखार के साथ साथ दम उखड़ने वाली खांसी लोगों को ज्यादा परेशान कर रही है। खांसी और जुकाम काफी फैल रहा है, कोरोना की तीसरी लहर की तरह ही इस बार भी खांसी का प्रकोप है, जो दवाएं लेने के बाद भी ठीक नहीं हो पा रही है।
चिकित्सकों का मानना है कि सांस की नली में सिकुड़न से इस तरह की खांसी बढ़ रही है, लेकिन इन्फ्लूएंजा के मामले देश में जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि इन्फ्लूएंजा संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए जिले में सर्विलासं व्यवस्था सुदृढ़ कर दी गई है। सरकारी और निजी अस्पताल में भर्ती सीवियर एक्यूट रेस्पारेटरी इन्फेक्शन (सारी) के मरीजों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। एच३एन2 से संदिग्ध मरीजों के नमूने लिए जाएंगे और जांच के लिए लखनऊ भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोगों को कोरोना की तरह ही सावधानी बरतनी होंगी।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- का कहना है की शासन से एच 3एन2 इन्फ्लूएंजा को लेकर गाइडलाइन मिल गई है, कोरोना महामारी से बचाव के लिए बरती सावधानी का हमें पालन करना है। निगरानी के लिए रेपिड रेस्पोंस टीमें गठित कर दी गई हैं। अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। लोग सामाजिक दूरी और मास्क का पालन करें।