हापुड़। जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा (SIB) की टीम ने मंगलवार को असौड़ा स्थित एक ई-वेस्ट कारोबार करने वाली फर्म पर छापेमारी कर 95 लाख रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा किया। जांच के बाद फर्म संचालक ने मौके पर ही 40 लाख रुपये टैक्स के रूप में जमा कराए, जबकि एक लाख रुपये का स्क्रैप सीज कर लिया गया।
छापेमारी की कार्यवाही
संयुक्त आयुक्त अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में उपायुक्त विमल दूबे और चार सदस्यीय टीम ने किठौर रोड स्थित पीर के पास चल रही फाइन ट्रेडिंग कंपनी में छापा मारा। यह फर्म टीवी, फ्रिज जैसे ई-वेस्ट के व्यापार से जुड़ी है और 30 नवंबर 2024 को सीजीएसटी में पंजीकृत हुई थी।
फर्म ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 5.29 करोड़ रुपये का कारोबार दिखाया था। लेकिन जांच में सामने आया कि फर्म द्वारा उन कंपनियों से फर्जी खरीद दिखाई गई जिनके इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का कोई वैध आधार नहीं था।
फर्जी ITC के जरिए टैक्स चोरी
टीम को जांच के दौरान कई ऐसे हाई रिस्क पैरामीटर मिले जो फर्जी आईटीसी क्लेम की ओर संकेत कर रहे थे। गहन पड़ताल के बाद यह स्पष्ट हुआ कि कंपनी ने कुल 95 लाख रुपये की टैक्स चोरी की है।
कंपनी टैक्स का भुगतान नकद में नहीं कर रही थी और गलत आईटीसी का इस्तेमाल कर रही थी।
तत्काल कार्यवाही, भविष्य में और जांच
फर्म संचालक से तत्काल 40 लाख रुपये जमा कराए गए, जबकि करीब 1 लाख रुपये का स्क्रैप भी जब्त किया गया।
संयुक्त आयुक्त अजय प्रताप सिंह ने बताया कि,
“फर्म के खिलाफ जांच जारी है। जिन अन्य कंपनियों के साथ इसका लेन-देन हुआ है, उनकी भी जांच की जाएगी। टैक्स चोरी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।”
इस कार्रवाई में सीटीओ सतीश तिवारी और रोहित कुमार भी शामिल रहे।
✅ मुख्य बिंदु:
- ई-वेस्ट फर्म पर 95 लाख की टैक्स चोरी का आरोप
- 40 लाख रुपये टैक्स तुरंत जमा, 1 लाख का स्क्रैप सीज
- SIB की टीम ने की जांच, हाई रिस्क ट्रांजेक्शन का खुलासा
- फर्जी ITC क्लेम कर रहा था फर्म संचालक
- जांच के दायरे में अन्य संबंधित फर्में भी