जनपद हापुड़ सिम्भावली क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर टैंकरों के माध्यम से केमिकल युक्त पानी जमीन में डालकर भूगर्भ जल को प्रदूषित किया जा रहा है। इससे क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की बीमारी पनप रही है।
एनजीटी के आदेश पर फूलडहरा तक जाने वाली पाइप लाइन को धवस्त कर दिया था। इसके बाद भी उद्योग से निकलने वाला यह पानी टैंकरों एवं अन्य माध्यम से क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर डाला जा रहा है।
लोगों का कहना है कि यदि इसे बंद नहीं किया तो आने वाले समय स्थिति गंभीर हो जाएगी। वहीं शराब मिल के पास गुरुद्वारे के मुख्य गेट के सामने कॉलोनी के पीछे राख के बीच गहरा तालाब बनाया है। इसमें टैंकरों से जहरीला पानी डाला जा रहा है।
इस जहरीले पानी के कारण यहां का टीडीएस 1800 को पार कर चुका है। जबकि मानक के अनुसार अधिकतम 150 टीडीएस का पानी ही ठीक माना गया है। भूगर्भीय जल प्रदूषित होने के कारण कैंसर, हेपेटाइटिस सी, डायरिया, एलर्जी जैसे रोग लगातार पनप रहे है।