हापुड़ में शहरबासियों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नगर पालिका प्रत्येक वर्ष नलों की मरम्मत व रिबोर करने के लिए लाखों रुपये खर्च करता है। लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी नगर में कई सार्वजनिक स्थानों पर हैंडपंप खराब पड़े है। शासन ने भी इस बार गर्मियों में लू को लेकर अलर्ट जारी किया है लेकिन, इसके बाद भी अधिकारी हैंडपंपों को सही नहीं करा रहे हैं। आने वाले दिनों में गर्मी बढ़ने के बाद लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी।
गर्मी के मौसम की शुरूआत हो चुकी है। शहर में लगे सरकारी हैंडपंपों की ओर कोई ध्यान नहीं है। मौसम का मिजाज लगातार गर्म होता जा रहा है और तापमान भी 35 डिग्री तक पहुंच गया है। गर्मी के कारण पानी पर लोगों की निर्भरता बढ़ती जा रही है। शहर मे लगे काफी हैंडपंपों के हलक सूखे पड़े हैं। लोगों की प्यास बुझाने वाले हैंडपंप के गले इन दिनों खुद सूखे पड़े हैं। नगर के मोहल्ला रेलवे रोड, फ्रीगंज रोड, बुलंदशहर रोड, शंभूपुरा, फ्रीगंज रोड, पटेल नगर, शिवपुरी, गढ़ रोड, सहित अनेक सार्वजनिक स्थानों पर हैंडपंप खराब पड़े हुए है।
इसके साथ ही अनेक स्थानों पर हैंडपंप या तो दूषित पानी दे रहे हैं या फिर काफी देर तक चलाने के बाद हैंडपंप से पानी निकलता है। गर्मी बढने के साथ लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है। इस संबंध में स्थानीय लोग अनेक बार पालिका अफसरों से शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी अधिकारी इनकी सुध नहीं ले रहे हैं। अगर स्थिति ऐसे ही रही तो भीषण गर्मी में भी लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ सकता है।
नगर पालिका ईओ मनोज कुमार का कहना है कि शहर में करीब 13 सौ हैंडपंप लगे हुए हैं, जिनमें से अधिकांश चालू स्थिति में हैं। जिन स्थानों पर हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं या शिकायत मिल रही है उन्हें दुरुस्त कराया जा रहा है। वहीं ओवरहेड वाटर टैंक और नलकूपों से भी पेयजल की आपूर्ति कर पानी की समस्या दूर की जा रही है।