जनपद हापुड़ विकास भवन के सभागार में गुरुवार को सुशासन सप्ताह मनाया गया। इसमें विकास भवन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर सुशासन पर मंथन किया गया। अधिकारियों ने सुशासन को हासिल करने के टिप्स बताए।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि संवेदना का स्तर बढ़ाकर सेवाओं में सुधार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विकास भवन में गरीब से गरीब व्यक्ति से भी हम प्रेम से पूछने लगेंगे कि क्या काम है, किसके पास जाना है, सही जगह तक उसे पहुंचा कर मान सम्मान के साथ उसका कार्य कर देते हैं तो समझो सुशासन की ओर बढ़े हैं।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर प्रमोद कुमार ने कहा कि जनता त्रस्त हो तो उसे सुशासन नही कह सकते। कथनी और करनी में फर्क समाप्त कर बिना किसी भेदभाव के लोगों को समय से सुविधाएं मिले यही सुशासन है।
इस अवसर पर अपना विचार रखते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि कमजोर वर्ग के प्रति संवेदनशील होकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर सुशासन के मकसद को हासिल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम सचिवालय से 243 सेवाएं शुरू कर सुशासन की दिशा में एक बड़ा कदम पंचायती राज विभाग ने बढ़ाया है। पोर्टलों और ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से पारदर्शी व्यवस्था हुई है और सुशासन की दिशा में कदम बढ़ा है।
सुशासन के तत्वों विधि का शासन, समानता, समावेशन, भागीदारी, दक्षता, पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और निष्पक्ष आंकलन के प्रति पंचायती राज विभाग की प्रवृति बढ़ी है जो एक अच्छे सुशासन को साकार करेगा। जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार सिंह, महाप्रबन्धक, जिला उद्योग, हापुड़ आदि ने अपने विचार रखे।