हापुड़ /गढ़मुक्तेश्वर। जन्म से पहले लिंग का पता लगाना गैर-कानूनी है। हरियाणा के बल्लभगढ़ और बुलंदशहर के जालसाजों के माध्यम से गढ़मुक्तेश्वर के राजीव नगर में चल रहे लिंग परीक्षण के खेल का पर्दाफाश किया है। हरियाणा से आयी टीम ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के साथ लिंग परीक्षण को पकड़ा है। मशीन जब्त कर ली गई है, साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है।
पीसीपीएनडीटी कानून के तहत गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग का पता लगाना अवैध है। इस कानून का लक्ष्य बालिका भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाना है।
हापुड़ स्वास्थ्य विभाग के पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. दिनेश भारती ने बताया कि गुरुग्राम, हरियाणा की सिविल सर्जन को सूचना मिली थी कि हरियाणा के बल्लभगढ़ के मोहल्ला मोहना निवासी दुर्गेश देवी अपने साथी कोमल गिरि निवासी बुलंदशहर के माध्यम से हरियाणा राज्य की गर्भवती महिलाओं का लिंग परीक्षण हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में कराती है।
इस खेल का पर्दाफाश करने के लिए हरियाणा से डॉ. सुमित धनकड़ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। इसमें डिकॉय तैयार किया गया, गर्भवती महिला ने उक्त जालसाजों से संपर्क किया। उनसे 40 हजार रुपये मांगे गए। पैसा मिलने पर दुर्गेश देवी और कोमल गिरि काल्पनिक दंपती को लेकर गढ़ के मोहल्ला राजीव नगर के मकान में पहुंच गए।
वहां, नितिन उर्फ राहुल ने महिला का अवैध रूप से भ्रूण लिंग जांच की। गर्भस्थ शिशु के लिंग की भी जानकारी दे दी गई। इशारा मिलते ही टीम ने दुर्गेश, कोमल गिरि, नितिन उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से नकदी भी बरामद हुई है, साथ ही मशीन भी जब्त की गई।
लिंग परीक्षण के लिए चाइनीज मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। यह मशीन आसानी से छुपायी जा सकती है, लैपटॉप पर लिंग की पहचान हो जाती है। हापुड़ जिले की सीमा में आधा दर्जन से ज्यादा लिंग परीक्षण के मामले सामने आए हैं पर स्थानीय टीम को भनक नहीं लगती। लेकिन अधिकांश मामलों में हरियाणा की टीम ने ही पर्दाफाश किया है। पीसीपीएनडीटी का चार्ज सीएमओ पर आने के दौरान एक मामला जरूर स्थानीय टीम ने पकड़ा था। लिंग परीक्षण के खेल में लगे लोग बेहद शातिर होते हैं। लिंग परीक्षण करने वाले पूरी सतर्कता बरतते हैं, आंख पर पट्टी बांधकर लाया और ले जाया जाता है।
सीओ वरुण मिश्रा- ने बताया की लिंग परीक्षण मामले में तीनों आरोपियों दुर्गेश, कोमल गिरि, नितिन उर्फ राहुल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहनता से जांच कराई जा रही है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की जिले में लिंग परीक्षण न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। पीसीपीएनडीटी नोडल को स्पष्ट निर्देश दिए हैं।अल्ट्रासाउंड सेंटरों की भी जांच की जाती है।