हापुड़। गढ़ रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार को उस समय विवाद गहराता चला गया जब स्टाफ ने आशा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। स्टाफ ने अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन कर आरोप लगाया कि आशाओं द्वारा लगातार अभद्रता और दबाव बनाया जा रहा है। साथ ही चेतावनी दी कि निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो वे हड़ताल पर जाएंगे।
स्टाफ का कहना है कि पूर्व में भी एक आशा कार्यकर्ता द्वारा मारपीट और दुर्व्यवहार की घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आशाओं ने न केवल स्टाफ, बल्कि पूर्व सीएमओ, सर्जन और विशेषज्ञ चिकित्सकों तक का अपमान किया है। लेबर रूम, ओटी, एसएनसीयू और लैब स्टाफ को भी इस व्यवहार का सामना करना पड़ा है।
मामले की जड़: प्रसव के दौरान मृत बच्चा और पंजीकरण का दबाव
धरने पर बैठे कर्मियों ने आरोप लगाया कि रघुनाथपुर की एक महिला के मृत प्रसव के मामले में एक आशा कार्यकर्ता ने पहले महिला को जननी सुरक्षा योजना (JSY) के तहत जबरन पंजीकृत कराने का दबाव बनाया और फिर क्लस्टर मीटिंग में अन्य आशाओं को भड़काया। इतना ही नहीं, सीएचसी अधीक्षक से भी अभद्रता की गई और एक ऑडियो क्लिप वायरल की गई, जिससे मामला और गंभीर हो गया।
प्रशासनिक कार्यवाही और विरोध
इन घटनाओं के चलते सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी ने तत्काल प्रभाव से सीएचसी अधीक्षक डॉ. महेश को कार्यालय से संबद्ध कर दिया और उनकी जगह डॉ. समरेंद्र राय को कार्यभार सौंपा। यह कार्यवाही होते ही स्टाफ में आक्रोश फैल गया और उन्होंने धरना देकर कार्रवाई को अनुचित बताया।
डॉ. सुनील त्यागी (सीएमओ) ने बताया कि “आशाओं पर लगे आरोपों की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।”
धरने में शामिल प्रमुख कर्मचारी
मोहित गोस्वामी, शान मोहम्मद, एकता त्यागी, अंशु, राजबाला, शिवानी, प्राची, शबनम, शैफाली, दीक्षा, ममता, राजकुमार, योगेश, अनीता, राजन, सोहल लाल आदि मौजूद रहे।
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- गढ़ रोड सीएचसी में आशाओं के खिलाफ स्टाफ का धरना, हड़ताल की चेतावनी
- अध्यक्ष हटाए जाने के बाद भड़का सीएचसी स्टाफ, आशाओं पर अभद्रता का आरोप