जनपद हापुड़ के पिलखुवा में 15 दिन से कचरा निस्तारण प्लांट बंद है। कचरा से जैविक खाद बनाने वाली मशीनों के खराब होने से प्लांट बंद है। प्लांट परिसर में कूड़े के ढेर लगे हैं, गंदगी और बदबू के चलते लोग परेशान है।
शहर के सामने सबसे बड़ी चुनौती कूड़ा निस्तारण की है। शहर से एकत्र कचरे से जैविक खाद तैयार कर उसका निस्तारण करने के लिए साल 2014 में करीब 09 करोड़ की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना गया था। इसका संचालन लखनऊ की एकार्ड हाईड्रो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से किया जा रहा है। नगर पालिका और कंपनी के बीच कूड़ा निस्तारण करने का अनुबंध है, कूड़े निस्तारण के लिए पालिका 82 रुपया प्रति क्विंटल के हिसाब से कंपनी को भुगतान करती।
प्लांट में कूड़े से जैविक खाद बनाकर उसे किसानों को वितरित किया जाता है। कंपनी मालिक न्यायिक प्रक्रिया में निरुद्ध होने के कारण लंबे समय से जेल में बंद हैं। इसके चलते प्लांट का संचालन सुचारु रूप से नहीं हो रहा, कंपनी के अन्य शेयर धारकों ने हाथ खींच लिए हैं। कंपनी ने दीवालिया घोषित होने की प्रक्रिया कोर्ट में शुरू क दी है। इसके कारण प्लांट की खराब मशीनें ठीक नहीं हो पाई हैं, मशीनों के खराब होने से प्लांट 15 दिन से बंद है। कूड़े का अंबार लगा हुआ है। गंदगी से परेशान लोग हो रहे है। गंदगी और बदबू के चलते लोगों का वहां से पैदल निकलना एवं किसानों का खेतों में काम करना मुश्किल हो रहा है।
अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह ने बताया कि पालिका ने कंपनी से अनुबंध निरस्त कर दिया है, अब संचालन स्वयं पालिका करेगी। मशीन खराब होने के कारण प्लांट 15 दिन से बंद है, जल्द ही मशीनों को दुरुस्त कराकर प्लांट का संचालन शुरू कराया जाएगा।