जनपद हापुड़ के ब्रजघाट गंगा का जलस्तर कम होने से मुख्य स्नान घाट के साथ ही श्मशान घाट तक गंदगी का अंबार नजर आ रहा है। जिसे लेकर तीर्थ पुरोहितों में रोष पनप रहा है। साथ ही स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है।
गणों की मुक्ति के धाम में बहने वाली गंगा आस्था का प्रतीक मानी जाती रही है। जिन क्षेत्रों से होकर यहां गंगा गुजरती हैं उसके आस-पास के लोग पवित्रता का आभास करते रहे हैं। गंगा गढ़मुक्तेश्वर के साथ ही अमरोहा की जनपदीय सीमाओं को जोड़ रही है। वर्तमान में गर्मी बढ़ते ही बिजनौर बैराज से डिस्चार्ज कम कर दिया गया है। जिस कारण गढ़-ब्रजघाट क्षेत्र में गंगा का जलस्तर काफी कम हो गया है।
जलस्तर कम होने के बाद जैटी बैरिकेडिंग के आसपास और श्मशान घाट के निकट गंदगी का अंबार दिखाई दे रहा है। वहीं, बाहरी क्षेत्रों से स्नान व अन्य धार्मिक कर्मकांड करने आने वाले श्रद्धालुओं व यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।
आदर्श गंगा तीर्थ पुरोहित सभा के अध्यक्ष राजकुमार लालू का कहना है कि बैराज से अतिरिक्त जल छोड़ा जाना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।
नमामि गंगे तीर्थ पुरोहित सभा के अध्यक्ष अमित राय गौतम का कहना है कि शासन-प्रशासनिक स्तर से इस तरह का कदम उठाया जाए, ताकि क्षेत्र में गंगा का जलस्तर एक निश्चित सीमा तक बना रहे।
एसडीएम साक्षी शर्मा का कहना है कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही अतिरिक्त जल छुडवाया जाएगा। वहीं, पालिका ईओ को निर्देशित कर तट व आसपास के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी।