ब्रजघाट | उत्तर भारत में पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही भारी बारिश का सीधा असर अब गंगा के जलस्तर पर नजर आने लगा है। मंगलवार को गंगा का जलस्तर येलो अलर्ट के स्तर को पार कर 198.80 मीटर (समुद्र तल से) तक पहुंच गया। अब यह खतरे के निशान से मात्र 20 सेंटीमीटर नीचे है, जिससे खादर क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है।
कई रास्तों पर पानी, खेतों में बढ़ने लगा जलभराव
बिजनौर बैराज से सोमवार शाम छोड़ा गया पानी मंगलवार सुबह ब्रजघाट पहुंचा, जिससे जलस्तर में अचानक वृद्धि दर्ज की गई। कदैनी, शाकरपुर, अब्दुलापुर, रामपुर न्यामतपुर और भगवंतपुर जैसे तटीय गांवों में खेतों की ओर जाने वाले संपर्क मार्गों पर 1 से 2 फीट तक पानी भर गया है।
गंगानगर और अन्य तटीय इलाकों में स्थिति और भी चिंताजनक है। ब्रजघाट के मुख्य स्नानघाट की सीढ़ियों तक गंगा का पानी पहुंच चुका है, जबकि कपड़े बदलने के कक्षों में भी पानी भरने लगा है। कई कच्चे घाट पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं।
प्रशासन ने राहत और सतर्कता के दिए निर्देश
एसडीएम अंकित वर्मा ने जानकारी दी कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बाढ़ राहत शिविरों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। फिलहाल गंगा का जलस्तर रेड अलर्ट से दूर है, इसलिए बाढ़ की तत्काल संभावना नहीं है। फिर भी, प्रशासन निरंतर गांवों में निरीक्षण और ग्राम प्रधानों को जागरूक करने का कार्य कर रहा है।
ब्रजघाट में गोताखोरों को भी सतर्क रहने का निर्देश जारी किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
स्थिति पर निगरानी जारी
- गंगा का जलस्तर: 198.80 मीटर
- खतरे का निशान: 199 मीटर
- येलो अलर्ट पार, रेड अलर्ट अभी दूर
- तटीय गांवों में जलभराव से किसानों की फसलों पर संकट मंडराया