ब्रजघाट में बढ़ा जलस्तर, दो नावें बही, खादर क्षेत्र में चिंता का माहौल
ब्रजघाट (हापुड़)। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही लगातार बारिश तथा बिजनौर बैराज से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के चलते गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार देर शाम तक गंगा का जलस्तर 198.60 मीटर तक पहुंच गया, जो यलो अलर्ट के निशान से केवल 15 सेंटीमीटर नीचे है। इससे खादर क्षेत्र के गांवों में बाढ़ की आशंका गहराने लगी है और ग्रामीणों में बेचैनी है।
पानी में डूबी दो नावें, एक लापता
रविवार रात को जलस्तर अचानक बढ़ने के कारण ब्रजघाट गंगानगरी में जैटी बेरिकेडिंग से बंधी दो नावें पानी में बह गईं। एक नाव गंगा में डूबी हुई मिली, जबकि दूसरी नाव का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। नाविक झुलमी केवट समेत अन्य लोगों ने बताया कि रात में नावें सुरक्षित बांधी गई थीं, लेकिन तेज बहाव के कारण वे बह गईं।
किसानों की फसलों पर संकट, चारे की चिंता शुरू
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सोलंकी ने बताया कि लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण खादर क्षेत्र की फसलें खराब होने लगी हैं, जिससे पशुओं के चारे का संकट भी गहराता जा रहा है। किसानों में बाढ़ और फसल बर्बादी को लेकर गंभीर चिंता है।
बिजनौर बैराज से छोड़ा गया दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी
केंद्रीय जल आयोग के गेज अधिकारी आबाद आलम के अनुसार, रविवार रात से हो रही बारिश और बिजनौर बैराज से लगातार छोड़े जा रहे दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी की वजह से गंगा में उफान तेज़ी से बढ़ रहा है। इससे मंगलवार सुबह तक जलस्तर और अधिक बढ़ने की संभावना है।
बाढ़ चौकियां सतर्क, प्रशासन निगरानी में जुटा
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि अभी बाढ़ की स्थिति नहीं है, लेकिन बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है, और प्रशासन जलस्तर की लगातार निगरानी कर रहा है।
मुख्य बिंदु संक्षेप में:
- गंगा का जलस्तर 198.60 मीटर, यलो अलर्ट से 15 सेमी दूर
- बिजनौर बैराज से छोड़ा जा रहा दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी
- दो नावें बहीं, एक लापता
- फसलों में नुकसान, चारे का संकट
- बाढ़ चौकियां अलर्ट पर