जनपद हापुड़ में मेरठ से प्रयागराज तक निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे का कार्य तेज हो गया है। एक्सप्रेसवे के लिए दो प्रमुख स्थान जिसमें बिजौली इंटरचेंज और किठौर रोड फ्लाईओवर के पिलर का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। वर्ष 2025 के मध्य तक पुलों का निर्माण करने का लक्ष्य है, अधिकारी बदायूं तक 37 फीसदी कार्य पूरा करने का दावा कर रहे हैं।
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य कुंभ- 2025 से पहले अगले साल दिसंबर तक पूरा करने पर अधिक जोर है। इसके लिए निर्माण कंपनी को भी विशेष रूप से निर्देशित किया है। मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे को 12 पैकेज में विभाजित कर निर्माण कार्य शुरू किया गया था। कुल 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे पर 18 फ्लाईओवर व आठ रोड ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। जबकि टोल प्लाजा के 12 रैंप भी बनाए जाएंगे।
इस एक्सप्रेसवे के उद्गम स्थल खरखौदा क्षेत्र के गांव बिजौली के पास मेरठ-बुलंदशहर हाईवे-334 पर बन रहे इंटरचेंज का निर्माण कार्य भी तेज हो गया है। इसी स्थान से हाईवे की शुरूआत होगी, जो प्रयागराज तक जाएगा। यहां एक बड़े हिस्से का अधिग्रहण किया गया है। यहीं पर हाईवे 334 पर उतार चढ़ाव दिया जाएगा। जिसके लिए हाईवे पर फ्लाईओवर का निर्माण शुरू हो गया है।
हालांकि इंटरचेंज पर मेरठ-बुलंदशहर रोड हाईवे पर बिना वाहनों का डायवर्जन किए फ्लाईओवर के सीमेंटेड गाटर रखने का काम भी शुरू हो गया है। इसके लिए रूट का डायवर्जन करना नहीं पड़ा है। वाहनों को इसी के नीचे से धीमी गति से निकाला जा रहा है। यहां करीब 40 से अधिक पिलर पर इंटरचेंज तैयार किया जाएगा। हाईवे पर बने डिवाइडर व दोनों ओर पिलर का निर्माण किया जा चुका है।
आईआरबी इंफ्रा जीएम अनूप सिंह- ने बताया की एक्सप्रेसवे के निर्माण के मुख्य हिस्सों पर पहले जोर दिया जा रहा है। कंपनी द्वारा मेरठ से बदायूँ तक का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसमें अभी तक जगह जगह टुकड़ों में कार्य किया जा रहा है, इस हिस्से में अभी तक करीब 37 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है।