हापुड़ में गर्मी ने मई महीने में अब तक के सीजन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को जिले का अधिकतम तापमान तीन डिग्री बढ़कर 44 डिग्री दर्ज किया गया, जो इस साल का अभी तक का सबसे गर्म दिन रहा। भीषण गर्मी के चलते कूलर, पंखे में भी लोगों को पसीना छूट रहा है। गर्म हवाओं के कारण लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। घरों में भी लोगों का हाल बेहाल दिखा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह से ही गर्मी ने लोगों को बेहाल करके रखा। पिछले दिनों के तापमान मान पर गौर करें तो मई महीने में जिले का अधिकतम तापमान 41 डिग्री तक ही पहुंचा था, लेकिन शुक्रवार को तापमान तीन डिग्री बढ़कर 44 डिग्री तक पहुंच गया है। दिन में झुलसा देने वाली गर्मी बनी हुई थी। गर्म हवाओं के कारण लोगों का घरों से बाहर निकल पाना भी दूभर हो गया।
सुबह से ही आसमान से निकली चिलचिलाती धूप ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया। गर्मी में घर से बाहर निकले लोग थोड़ी देर में ही पसीने से तरबतर होकर व्याकुल हो गए। सूरज ढलने के बाद उमस ने भी लोगों को परेशान किए रखा। दोपहर के समय सड़के सूनी हो गईं और घरों में भी लोग बेहाल दिखाई दिए। भीषण गर्मी के कारण कूलर, पंखे लोगों को राहत नहीं दे पा रहे। घरों में लगे कूलर, पंखे भी गर्मी में राहत देने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
डॉ. गौरव मित्तल का कहना है कि यह मौसम लोगों को बीमार बना सकता है। थोड़ी सी लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती है। उन्होंने बताया कि हीट स्ट्रॉक और डायरिया का प्रकोप गर्मी के साथ बढ़ रहा है। पानी का सेवन अधिक करें और धूप में कम से कम बाहर निकलें। खासकर बच्चों का इस मौसम में विशेष एहतियात की आवश्यकता है। जो बच्चे स्कूल जाते हैं, उन्हें पानी के साथ इलेक्ट्रॉल देते रहें।।
गर्मी से राहत फिलहाल मिलती नजर नहीं आ रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले कुछ दिनों तक अब तापमान 44 और 45 डिग्री के आसपास ही बना रहेगा। ऐसे में लोगों को भयंकर गर्मी के साथ लू का प्रकोप भी सहना पड़ेगा। धूप के प्रकोप के साथ लू का प्रभाव भी बढ़ेगा।