हापुड़ में ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का खुर्जा से खतौली तक का ट्रायल जारी हैं। ट्रैक पर प्रतिदिन पांच से दस भरी लोडिड मालगाड़ियों का ट्रायल नियमित हो रहा है। दो इलेक्ट्रिक इंजन की कोयले व अन्य माल से भरी मालगाड़ी खुर्जा से खतौली तक ढाई से तीन घंटे तक का समय ले रही हैं। जनवरी के अंत तक नियमित मालगाड़ियों का संचालन होगा जाएगा।
उधर ट्रैक का निर्माण अब लगभग पूरा कर लिया गया है। उम्मीद है कि जनवरी के अंत तक इस रूट पर नियमित रूप से संचालन शुरू हो जाएगा। रेलवे फ्रेट कॉरिडोर पर मालगाड़ियों के निर्बाध संचालन की तैयारी चल रही है। सफल संचालन के लिए लगातार ट्रायल किए जा रहे हैं। दो इलेक्ट्रिक इंजन से जुड़ी मालगाड़ियों को इस ट्रैक पर नियमित रूप से दौड़ाया जा रहा है।
मालगाड़ी को अधिक वजन के साथ इस ट्रैक को परखा जा रहा है। दो इंजन के अलावा मालगाड़ी के साथ 58 से 60 डिब्बे जुड़े हुए थे, जिनमें करीब 5000 से 5500 टन भरा हुआ था। खुर्जा से खतौली तक यह सफल रूप से दौड़ रही है। इस दौरान किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। इस दौरान औसत समय और रफ्तार को परखा जा रहा है। ट्रायल करने का मुख्य उद्देश्य ट्रैक की गुणवत्ता, मिट्टी भराव, सिग्नल क्वालिटी को परखा जा रहा है। ट्रेन के ट्रैक से गुजरने के दौरान अलग अलग अधिकारियों की टीम इन सभी बिंदुओं की जांच करती है। खुर्जा से खतौली के बीच कॉरिडोर का करीब 125 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बनकर पूरी तरह तैयार है।
इस ट्रैक का निर्माण एलएंडटी कंपनी कर रही है, जबकि इससे आगे के हिस्से की जिम्मेदारी दूसरी कंपनी की है। अधिकारियों ने बताया कि सहारनपुर तक ट्रैक निर्माण व सिग्नल आदि का सभी कार्य पूरा कर लिया गया है। अब इसके आगे का कार्य पूरा किया जा रहा है। इसके बाद यह ट्रैक पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा।
एलएंडटी कंपनी प्रबंधक गुरविंदर सिंह- ने बताया की खुर्जा से खतौली तक अधिकतर ट्रायल पूरे हो चुके हैं। ट्रायल सफल रहे है। इससे आगे का अभी अधिकतर कार्य पूरा कर लिया गया है, उम्मीद है कि जनवरी के अंत तक ट्रेनों का नियमित संचालन शुरू हो जाएगा।