जनपद हापुड़ में सेवा योजना पोर्टल पर पंजीकृत छह कंपनियों ने हापुड़ में लगे रोजगार मेले में शामिल होकर फर्जीवाड़ा कर दिया है। इन कंपनियों जिन बेरोजगारों का चयन किया था, उनमें किसी को नौकरी नहीं मिली। कई से ट्रेनिंग के नाम पर हजारों रुपये ऐंठ लिए। तीन युवाओं ने मुकदमा दर्ज कराया है।
सेवा योजन कार्यालय हर महीने रोजगार मेला लगाता है, शासन की प्राथमिकता में यह शामिल है। इसी क्रम में 12 जुलाई को हापुड़ के एक कॉलेज में विशाल रोजगार मेला लगाया था। इसमें स्थानीय कंपनियों के साथ ही 18 ऐसी कंपनियों ने भी प्रतिभाग किया था जो निदेशालय से सेवा योजना पोर्टल पर पंजीकृत हैं।
लेकिन इनमें छह कंपनियों ने बेरोजगारों को ही ठगने का प्रयास शुरू कर दिया। शुरूआत में बेरोजगारों को ट्रेनिंग कराने की बात कही, ट्रेनिंग के नाम पर उनसे तीन से चार हजार रुपये तक वसूले गए। जिसने पैसा नहीं दिया उन्हें ट्रेनिंग पर भी नहीं बुलाया।
छात्रों ने रोजगार मेले में कंपनियों द्वारा चयन होने के बावजूद नौकरी नहीं मिलने के मामले में नूतन पुत्री सुभाष शर्मा (खैरपुर), अभय शिशौदिया (नारायणपुर), विशाल (कपूरपुर), इंद्रजीत (रघुनाथपुर), हिमांशु (कपूरपुर), कुश सचदेवा ( शिवपुरी), असद सैफी, शिवम शर्मा ने भारत कंस्ट्रेक्शन सप्लाई, यूनिवर्सल ग्रुप ऑफ सर्विस, हीरोमोटोक्रोप ऑटो इंटरप्राइजेज, महेंद्रा ऑटो मैनपावर सप्लाई सर्विस, संजीवनी आयुर्वेदिक कंपनियों की शिकायत की है
रोजगार मेले में शामिल ये छह कंपनियां गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ से सेवा योजन पोर्टल पर पंजीकृत की गई है। निदेशालय से ही इन्हें पंजीकृत किया गया है। निदेशालय ने अब इन कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड करने की तैयारी शुरू कर दी है। कार्यवाही को लेकर स्थानीय कार्यालय द्वारा निदेशालय को पत्र लिखा गया है।