जनपद हापुड़ में जिला अस्पताल के दो विभागों में एक पद चार विशेषज्ञ चिकित्सकों ने तैनाती करा ली है। जबकि चर्म रोग, सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट के पदों पर एक भी चिकित्सक नहीं है।
जिले की तमाम सीएचसी चिकित्सकों की कमी से जूझ रही हैं। जिला अस्पतालों में लाखों रुपये वेतन लेने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों की भरमार है, लेकिन जिन विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक होने चाहिए, उनकी व्यवस्था नहीं हो पा रही।
अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में एक विशेषज्ञ चिकित्सक का पद सृजित हैं, लेकिन इसमें चार चिकित्सक कार्यरत हैं। वहीं, अस्पताल में पैथोलॉजिस्ट के दो पद सृजित हैं, इनके सापेक्ष चार चिकित्सकों की नियुक्ति है। जबकि सर्जन के दो पद रिक्त हैं, एक सर्जन सीएचसी से संबद्ध कर यहां सेवाएं ली जा रही हैं।
चर्म रोग विशेषज्ञ की पूरे अस्पताल सहित जिले में व्यवस्था नहीं है। स्त्री रोग विशेषज्ञ के तीन पद हैं, इसके सापेक्ष सिर्फ एक है। कॉर्डियोलॉजिस्ट भी नहीं है।
खास बात यह है कि ये चिकित्सक दूसरे रिक्त पदों के सहारे अपना वेतन भी आसानी से निकलवा रहे हैं। शासन से नियुक्ति होने के कारण स्थानीय अधिकारी भी इसमें कोई हस्ताक्षेप नहीं करते।
सीएमएस डॉ.प्रदीप मित्तल ने बताया की अस्पताल में खाली पदों को लेकर पत्राचार किया गया है। जिन विभागों में सर्जित पदों से अधिक चिकित्सक हैं, उनकी नियुक्ति शासन स्तर से ही हुई है। मरीजों को इन चिकित्सकों द्वारा भी बेहतर उपचार दिया जा रहा है।