हापुड़ में ठंड के साथ ही कोहरा पडऩा शुरू हो गया है। अधिक कोहरे के कारण रोडवेज बसों का संचालन प्रभावित हो जाता है। परिवहन निगम अधिकारी सर्दी और कोहरा शुरू होने से पूर्व बसों को दुरुस्त करने का दावा कर रहे थे। लेकिन अभी तक रोडवेज बसों में न तो फॉग लाइट लग सकी है और न ही टूटी खिड़कियों की मरम्मत हो सकी है। कोहरा में बसों की रफ्तार पर ब्रेक लग रहा है, टूटी खिड़कियों से यात्रियों को हवा खानी पड़ रही है।
हापुड़ रोडवेज डिपो से लखनऊ, सीतापुर, बरेली, दिल्ली, नोएडा, किठौर, मोदीनगर सहित विभिन्न मार्गों पर 129 रोडवेज बसों का संचालन होता है। लेकिन इनमें से कई बसों की हालत खस्ताहाल हैं तो कई बसों से वाइपर, बैकलाइट गायब हैं। तापमान में गिरावट के साथ कोहरा भी बढ़ने लगा है। कोहरे की वजह से बसों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग जाता है। इसके बाद भी रोडवेज बसों में अभी तक फॉग लाइट लगाने का कार्य पूरा नहीं हो सका है। बिना फॉग लाइट ही रोडवेज बसें कोहरे के बीच सड़कों पर दौड़ रही हैं।
रोडवेज बसों की व्यवस्था पटरी से उतर रही है। ठंड बढ़ रही है। इतना ही नहीं कोहरा भी शुरू हो गया है। ऐसी स्थिति में जहां यात्रियों को ठंड और हवा से बचाया जाना जरूरी है। वहीं यात्री ठंड में ठिठुर रहे हैं। बसों के खिड़कियां और शीशे टूटे पड़े हैं। मजबूरी में यात्रियों को सफर करना पड़ रहा है। मजबूरन टूटी खिड़कियों से यात्रियों को हवा खानी पड़ रही है।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रणजीत सिंह का कहना है कि सभी बसों में फॉग लाइट लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही बसों की खिड़कियों को दुरुस्त कराने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। अगर इसके बाद भभ लापरवाही बरती जाती है तो कार्यवाही की जाएगी।