हापुड़ जिले में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार की सुबह आसमान में धुंध छाई रही। सुबह करीब नौ बजे जाकर सूरज के दर्शन हुए। बुधवार को एक्यूआई 290 दर्ज किया गया। जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लगातार खराब श्रेणी में एक्यूआई के रहने से लोगों को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही आंखों में जलन की समस्या बढ़ गई है।
बुधवार को दिन ढलने के बाद एक्यूआई 290 दर्ज किया गया। हालांकि, पिछले तीन दिनों के मुकाबले एक्यूआई में कुछ सुधार जरूर हुआ है। बहुत खराब से खराब श्रेणी में एक्यूआई पहुंच गया है। लेकिन इससे सांस के मरीजों को राहत नहीं मिली है। प्रदूषण के कारण उनकी यह परेशानी और ज्यादा बढ़ गई है।अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। अस्पतालों में आंखों में जलन और सांस के मरीजों की संख्या लगभग दोगुना हो गई है। बुधवार को आंखों में जलन से 110 और सांस लेने में तकलीफ के 28 मरीज सीएचसी और जिला अस्पताल में पहुंचे।
पीएम 2.5 का स्तर लगातार बना हुआ है। मतलब साफ है कि धूल के कण अधिक उड़ रहे हैं। इससे बचने के लिए लोगों को मास्क लगाना पड़ रहा है। सड़कों पर उड़ती धूल और खुले में जा रही निर्माण सामग्री पर रोक लगाने के लिए नगर पालिका कोई कदम नहीं उठा रही है।
एडीएम संदीप कुमार- ने बताया की नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रतिदिन पानी का छिड़काव कराएं। इसकी निगरानी के लिए एसडीएम को भी निर्देश दिए गए हैं।