जनपद हापुड़ में नए बिजली कनेक्शन, बिजली चोरी की घटना या फिर बिजली के गलत बिल को सही करने के लिए विद्युत निगम के कर्मचारी उपभोक्ताओं को चक्कर कटवाते हैं।
ऐसा ही एक मामला बुधवार को कलक्ट्रेट सभागर में आयोजित किसान दिवस में सामने आया। एक 70 वर्षीय किसान ने विद्युत निगम के एक्सईएन से मुआवजे की मांग की। इस पर एक्सईएन ने भड़कते हुए किसान से अभद्र व्यवहार किया।
इससे गुस्साएं किसानों ने हॉल के अंदर ही एक्सईएन का घेराव कर नारेबाजी कर किसान दिवस का बहिष्कार कर दिया। जिसके बाद एक्सईएन ने 1 घंटे तक किसानों से माफी मांगी, बाद में संबंधित बिजली घर के लाइनमैन को हटाने पर किसान शांत हुए।
किसानों की समस्या सुनने और उसका निस्तारण करने के लिए प्रदेश सरकार ने किसान दिवस का आयोजन करने के निर्देश दिए थे। ताकि एक छत के नीचे सभी विभाग के अधिकारी किसानों की समस्या सुन, उसका निस्तारण कर सकें। बुधवार को कलक्ट्रेट सभागर में किसान आवारा पशुओं से निजात दिलाने की अधिकारियों से मांग कर रहे थे।
इसी बीच विद्युत एक्सईएन मनोज कुमार भी किसान दिवस में पहुंचे। यहां बैठे एक बुजुर्ग किसान ने बिजली लाइन का मुआवजा दिलाने की एक्सईएन से मांग की। इस पर एक्सईएन ने किसान से अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। इस पर किसानों ने हंगामा कर दिया।
बीच बचाव में उतरे उप कृषि निदेशक की भी किसानों ने एक न सुनी। किसानों ने एक्सईएन पर किसान दिवस में न आने, समस्या का हल न करने, विद्युत चोरी के नाम पर अवैध वसूली करने के आरोप लगाए।
मौके पर पहुंचीं सीडीओ प्रेरणा सिंह ने किसानों को समझाने का प्रयास किया। किसान माफी की मांग पर अड़े रहे। एक्सईएन मनोज कुमार द्वारा माफी मांगने के बाद किसान वापस लौटे। इस मौके पर भाकियू, टिकैत दिनेश खेड़ा, भाकियू अराजनैतिक के पवन हूण, भाकियू भानू से सरनजीत आदि शामिल रहे।