हापुड़। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती में हापुड़ जिले ने एक अनोखा उदाहरण पेश किया है। जहां पिता-पुत्र की जोड़ी एक साथ चयनित होकर अब खाकी वर्दी में नजर आएगी, वहीं जिले की दो सगी बहनों की जोड़ियों ने भी सफलता प्राप्त कर गांव और जिले का नाम रोशन किया है।
सोमवार को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम से लौटे अभ्यर्थियों का उनके गांवों में जोरदार स्वागत हुआ। अभिभावकों और ग्रामीणों ने माला पहनाकर और मिठाइयां बांटकर उनकी मेहनत की सराहना की।
पिता-पुत्र की प्रेरणादायक कहानी
थाना धौलाना क्षेत्र के गांव उदयरामपुर नंगला निवासी यशपाल नागर और उनके पुत्र शेखर नागर दोनों यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर चयनित हुए हैं। यशपाल नागर वर्ष 2003 में सेना में भर्ती हुए थे और 2019 में सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद वह दिल्ली स्थित आर्मी ऑर्डनेंस कोर में कार्यरत थे।
उन्होंने अपने बेटे शेखर के साथ लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ाई की और 2024 की सिपाही भर्ती परीक्षा में साथ-साथ सफलता हासिल की। चयन के बाद यशपाल नागर ने आर्मी की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और अब दोनों पिता-पुत्र एक साथ यूपी पुलिस की वर्दी पहनेंगे।
शेखर नागर ने बताया कि वह दो भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। मां अनीता देवी गृहणी हैं और बहन नेहा नागर पढ़ाई कर रही हैं, जबकि छोटा भाई शरद नागर ने हाल ही में 12वीं पास की है।
सगी बहनों ने भी रचा इतिहास
गांव निजामपुर निवासी नेहा और प्रभा तथा गांव बछलौता निवासी गीता और साक्षी – ये दोनों सगी बहनों की जोड़ियां भी यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में सफल हुई हैं। एक साथ चयनित होकर इन्होंने यह साबित किया कि संकल्प और समर्पण से कोई भी मंजिल दूर नहीं।
इन चयनित अभ्यर्थियों की सफलता से ग्रामीणों, परिजनों और शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोगों ने इसे पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बताया।