हापुड़ – जनपद में किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारियों ने सोमवार को जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश को 7 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। संगठन के युवा प्रदेश उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह सहारा ने नेतृत्व करते हुए प्रशासन से इन मांगों को प्राथमिकता देने की अपील की।
ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिला कृषि अधिकारी किसानों के हितों को लेकर सक्रिय हैं और कई समस्याओं पर प्रशासनिक स्तर पर समाधान होता भी दिख रहा है, लेकिन कुछ जमीनी मुद्दे अब भी ज्यों के त्यों बने हुए हैं।
सर्फ की बोतल बना नैनो यूरिया
एकलव्य सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा प्रचारित नैनो यूरिया किसानों को लाभ देने में विफल साबित हो रहा है। गांवों में इसे किसान “सर्फ की बोतल” कहकर मज़ाक का विषय बना रहे हैं। इसकी प्रभावशीलता को लेकर गंभीर असंतोष है। दूसरी ओर, डीएपी की भारी कमी के कारण समय पर बुवाई करने में किसान असमर्थ हो रहे हैं।
ये हैं किसानों की 7 प्रमुख मांगें:
डीएपी की रैक तत्काल जनपद में उपलब्ध कराई जाए, ताकि बुवाई प्रभावित न हो।
नैनो यूरिया, जिंक, सल्फर आदि की जबरन टैगिंग न की जाए।
सभी उर्वरक विक्रेताओं को स्टॉक बोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए।
उर्वरक केवल पंजीकृत किसानों को ही वितरित किए जाएं, और उर्वरकों की अवैध आपूर्ति पर कठोर कार्रवाई की जाए।
हर समिति पर प्रशासनिक निगरानी टीम गठित की जाए, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हो।
किसानों की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही हो, ताकि शोषण की घटनाएं रोकी जा सकें।
एमआरपी से अधिक मूल्य पर उर्वरक की बिक्री रोकी जाए, और दोषियों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कदम उठाए जाएं।
मांगों पर जल्द असर दिखेगा – कृषि अधिकारी
जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रशासन किसान हित में हर संभव प्रयास कर रहा है। “कल तक इन सभी मांगों पर जमीनी असर दिखने लगेगा,” उन्होंने कहा।
इन लोगों की रही उपस्थिति:
ज्ञापन सौंपने के दौरान संगठन के प्रमुख पदाधिकारी शेखर चौधरी, उज्वल सिरोही, अखिल चौधरी, सचिन सिवाल, विनय बाना, विनोद धारीवाल, पपेंद्र सिंह, अनिल चौधरी, जगवीर प्रधान, परमजीत सिंह, हरप्रीत निर्वाण, आकाश चौधरी, डॉ. मतलूब, आज़ाद तोमर और सुमित राजपूत आदि उपस्थित रहे।