जनपद हापुड़ में गन्ने में चीनी की रिकवरी को लेकर दस अक्तूबर से चीनी मिल सर्वे शुरू करेंगे। 25 अक्तूबर से मिलों को चलाने की तैयारी है। इसके लिए मरम्मत कार्य शुरू हो गया है। किसानों का मिलों पर 300 करोड़ बकाया है।
चीनी मिलों में भी मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। गन्ने में जब तक मानक के अनुसार रिकवरी नहीं आती तब तक मिल नहीं चलाए जाते। रिकवरी संबंधी सर्वे 10 अक्तूबर से शुरू हो जाएगा। दोनों ही चीनी मिलों को 25 अक्तूबर से चलाने की तैयारी है। गन्ना विभाग भी अधिकारियों से अपडेट ले रहा है।
गांवों में क्रेशर चालू हो गए हैं। इन पर किसानों से 260 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गन्ना खरीदा जा रहा है। गन्ने में रिकवरी कम है। गुड़ बनाने के लिए चीनी, पुराना गुड़, सीरे का प्रयोग हो रहा है। बाजार में 70 रुपये किलो से अधिक दाम पर गुड़ बेचा जा रहा है। दोनों ही चीनी मिलों ने किसानों का बीते सत्र का 250 करोड़ से ज्यादा पैसा रोका हुआ है। सिंभावली चीनी मिल पर बकाएदारी अधिक है।
जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन खान- ने बताया की चीनी मिलों ने मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। अक्तूबर में मिल चालू हो जोंगी। 25 अक्तूबर से मिल चलाने की तैयारी है। किसानों को लगातार भुगतान कराया जा रहा है।