जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में खादर क्षेत्र के गांव गडावली में गंगा किनारे की भूमि पर खेती करने के लिए किसान बृहस्पतिवार को एक बार फिर आमने-सामने आ गए। जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद भी हुआ। इसे लेकर अभी तक प्रशासन के अधिकारी जागरूक नहीं हो सके हैं। 20 दिन पहले भी तहसीलदार ने की जांच थी, लेकिन चेतावनी देने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिससे जमीन पर कब्जा करने वालों के हौसले बुलंद हैं।
गंगा किनारे कुछ हिस्सा हापुड़ और अधिकांश हिस्सा अमरोहा जनपद का है। गांव गडावली में किसान गंगा की खाली भूमि पर खेतीबाड़ी करते हैं। फसलों की बुवाई के लिए भूमि पर कब्जे को लेकर यहां पर कई बार किसानों के बीच खूनी संघर्ष तक हो चुके हैं।
गंगा का जलस्तर कम होने के बाद से खाली हुई भूमि को अपना होने का दावा कर कई किसान खेतीबाड़ी करने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन के अधिकारी इसको लेकर जागरूक नजर नहीं आ रहे हैं। जिससे कभी भी किसानों के बीच वर्चस्व की लड़ाई हो सकती है। बृहस्पतिवार को जमीन की जुताई और फसल की बुवाई को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया, जिसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पहले भी तहसील प्रशासन किसानों को चेतावनी दे चुका है, लेकिन कार्यवाही न होने से अवैध कब्जा करने वालों के हौसले बुलंद हैं।
तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि गंगा किनारे की भूमि की पैमाइश कराई जा रही है। वहीं, विवाद की सूचना पर पहुंचकर किसानों से वार्ता भी की गई है। जिन्हें सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी गई है। जांच कराकर कार्यवाही भी होगी।