हापुड़ में किसान संगठनों के भारत बंद के आह्वान पर शुक्रवार को गढ़ क्षेत्र में किसान सरूरपुर के पास दिल्ली लखनऊ हाईवे को जाम करने पहुंच गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें हाईवे से हटाकर यातायात सुचारू कराया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक भी हुई। कुछ किसान छिजारसी टोल प्लाजा भी पहुंचे। हंगामा कर पांच मिनट तक टोल फ्री कराए रखा। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह किसानों को समझाकर टोल चालू कराया। मंडी में भारत बंद का मिला-जुला असर दिखा। गन्ना तौल केंद्रों पर भी सामान्य दिनों की तुलना में कम गन्ना पहुंचा।
जिले में भारत बंद का असर नहीं दिखाई दिया। इसको लेकर पुलिस, प्रशासन पहले से ही सतर्क था। दिन निकलते ही कई सक्रिय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को पुलिस ने घर पर ही नजरबंद कर दिया था। किसान नेता कुशलपाल आर्य के नेतृत्व में कुछ किसान गांव सरूरपुर के निकट दिल्ली- लखनऊ हाईवे पर जाम लगाने पहुंच मौके पर पहुंचे सीओ आशुतोष शिवम, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विनोद पांडे, सिंभावली थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने किसानों को हाईवे से हटाकर यातायात सुचारू करा दिया।
भाकियू (चढूनी) गुट से जुड़े किसान एनसीआर अध्यक्ष चौधरी कुलदीप गुड्डू के नेतृत्व में छिजारसी टोल प्लाजा पर पहुंच गए। गाजियाबाद की ओर से आने वाली साइड में लाइन संख्या दो, तीन और चार पर हंगामा शुरू कर दिया। करीब पांच मिनट तक टोल प्लाजा से वाहनों को फ्री में निकलवाया। किसानों को हटाने के दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में तीखी नोकझोंक हुई। पुलिसकर्मियों के समझाने पर कुछ समय बाद बाद टोल व्यवस्था शुरू हो सकी। मंडी में भारत बंद का मिला जुला असर देखा गया, नियमित सब्जी आदि सप्लाई करने वाले किसान भी कम पहुंचे।
भाकियू जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने बताया कि संगठन के कार्यकर्ता पूरे दिन ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क करते रहे। जिसके मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्र में भारत बंद सफल रहा। कई गांवों में लगे गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ना अन्य दिनों की तुलना में कम पहुंचा। भाकियू के युवा जिलाध्यक्ष ज्ञानेश्वर त्यागी ने कई केंद्रों पर जाकर उन्हें बंद भी कराया। इस दौरान उन्होंने किसानों से समर्थन की भी अपील की।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा- ने बताया की जिले में भारत बंद का असर नहीं दिखाई दिया। किसान संगठनों से पहले से ही संपर्क बनाया हुआ था। कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। किसानों को शांतिपूर्वक तरीके से समझाकर वापस भेज दिया गया।