हापुड़ के गढ़ रोड स्थित नवीन कृषि मंडी में आढ़तियों के दो गुटों में मतभेद के कारण धान के दामों को लेकर किसानों में आक्रोश फैल गया। गुस्साए किसानों ने मंडी का गेट बंद कर, दो बार सड़क पर जाम लगाया। दोपहर तक धान की खरीद बंद रही। हालांकि आढ़तियों से वार्ता के बाद अच्छी गुणवत्ता की धान का दाम 3125 रुपये क्विंटल की दर से धान की बिक्री कराई गई। अधिकारियों के अनुसार दोपहर दो बजे के बाद ही इस दाम पर धान की खरीद फरोख्त शुरू हो सकी।
सोमवार सुबह मंडी में किसान धान लेकर पहुंचे। किसानों ने बताया कि रविवार को धान 3100 रुपये क्विंटल तक बेचकर गए थे, लेकिन सोमवार को कभी दाम 2500 बताए जाते तो कभी 2700 रुपये क्विंटल। इस तरह की अफवाह फैलने से किसान नारेबाजी करने लगे और मंडी के बाहर गढ़ रोड पर जाम लगा दिया।पुलिस ने किसी तरह किसानों को समझाकर सड़क से हटाया। एसडीएम शुभम श्रीवास्तव और मंडी समिति की सचिव नीलिमा गौतम ने किसानों और आढ़तियों से बात की। इसमें पता चला कि आढ़तियों के दो गुट के आपसी मतभेद के कारण दाम संबंधी समस्या बनी है। जिस कारण दाम गिरने की अफवाह फैली।
वार्ता में कोई निष्कर्ष नहीं निकलने पर किसान मंडी समिति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। जिस कारण दोपहर तक मंडी परिसर में गहमा गहमी होती रही और धान की खरीद फरोख्त भी नहीं हो सकी। दोपहर को फिर से किसानों ने मंडी का गेट बंद कर, जाम लगा दिया। मेरठ से भी अधिकारी पहुंचे। किसानों ने बताया कि समस्त जनपदों में धान का दाम 3100 से अधिक है, लेकिन हापुड़ में अचानक दाम गिरा दिए गए हैं।
एसडीएम और मंडी समिति की सचिव ने आढ़तियों से वार्ता के बाद अच्छी गुणवत्ता की धान का दाम 3125 रुपये क्विंटल घोषित कराया। धरना प्रदर्शन करने वाले किसानों में सोनू, विपिन, रामकिशन, मोहित, रविंद्र, राकेश त्यागी, जयप्रकाश, संजय सिंह, वीरपाल मावी, चतरपाल सिंह, यशवीर आदि मौजूद रहे।
सचिव मंडी समिति नीलिमा गौतम- ने बताया की मंडी में आढ़तियों के दो गुटों में कुछ मतभेद के चलते समस्या बनी थी। कुछ अफवाह फैलने से किसान नाराज हुए। दोनों को समझाकर अच्छी गुणवत्ता की धान की खरीद 3125 रुपये प्रति क्विंटल तक कराई गई।