जनपद हापुड़ में एक तरफ गन्ना पर्ची न मिलने से किसान दिसंबर के अंतिम सप्ताह में गेहूं की बुआई नहीं कर पा रही हैं। किसान नेताओं ने मिल के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है।
सिंभावली शुगर मिल द्वारा हाईकोर्ट में तीन किसानों के रिट दायर करने पर पिछले वर्ष का पुरा भुगतान किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
बुधवार को गढ़ के किसानों ने गन्ना तस्करी करने का आरोप लगाते हुए मिल की शिकायत की है। किसानों ने स्थानीय मिल प्रबंधन से लेकर लखनऊ और मेरठ के गन्ना विभाग को भी गन्ना खरीद अवैध ढंग से करने की शिकायत की है।
किसानों का आरोप है कि गढ़ में एक सिंभावली शुगर मिल का ऑफिस बना हुआ है। जहां से कोई कर्मचारी बाहर से आने वाले किसान को तत्काल एक पर्ची काटकर पकड़ा देता है।
जो मिल गेट पर ले जाकर अपना गन्ना बेचकर नगद भुगतान ले जाता है। इसके चलते कुछ तस्कर भी सक्रिय हो गए हैं। आरोप है कि झड़ीना निवासी भूषण की पर्ची भी इसी तरह काटकर दी गई है।
भाकियू की महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष-बबली सिंह ने बताया कि मिल अवैध ढंग से अपने किसानों का गन्ना छोड़ बाहर के किसनों का खरीद रही है। इसके खिलाफ आंदोलन छेडा जाएगा।
सिंभावली मिल, प्रशासनिक प्रबंधक-दिनेश शर्मा ने बताया कि जो क्रय केंद्र किन्हीं कारणों से बंद होता है तो उसके किसानों की पर्ची मिल गेट के लिए दी जाती है। बाहर से गन्ना नहीं खरीदा जा रहा है।