हापुड़ में ऊर्जा निगम द्वारा नलकूप किसानों को 20 लाख तक की बकायेदारी के नोटिस भेजे गए हैं, मोबाइल पर भी संदेश भेजा गया है। पूरा बिल जमा करने के बावजूद भारी भरकम बिजली के बिल देखकर किसान परेशान है। अधिकारियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर किसान संगठनों ने दो सितंबर को आंदोलन करने का एलान किया है।
वर्ष 2004 से पहले ऊर्जा निगम में करोड़ों का घोटाला हुआ था। इसमें अधिकारी, कर्मचारियों की ही संलिप्ता थी। घोटाले का पैसा कर्मचारियों ने हड़प लिया और किसानों के खातों में फिर से यह पैसा जोड़ दिया। जिस कारण किसानों पर गलत तरह से बकायेदारी दर्शा दी गई है।
शहर, देहात की बिलिंग प्रणाली अब ऑनलाइन कर दी गई है। ऐसे में किसानों के मोबाइल पर ऊर्जा निगम की ओर से सात से 20 लाख तक के बिल भेजे जा रहे हैं। इन बिलों से किसानों की न सिर्फ बदनामी हो रही है, बल्कि उनकी हालत भी बिगड़ रही है। जिन्हे देखकर किसान परेशान है। पूरा बिल जमा करने के बावजूद भी इतनी बकायेदारी देख किसानों के होश उड़ रहे हैं।
जिले में 26 हजार नलकूप किसान हैं, जिनमें अधिकांश के बिलों में इसी तरह की गड़बड़ी है। अधिकारियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर किसान संगठन ने अब दो सितंबर को आंदोलन का एलान किया है। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष रामपाल सिंह ने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं हो रही है, जबकि किसानों को फर्जी बिल भेजे जा रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, दो सितंबर को कलक्ट्रेट का घेराव करेंगे।