हापुड़ में कड़ाके की सदी में डायरिया के रोगियों की तबियत तेजी से बिगड़ रही है। डायरिया पीड़ितों का रक्तचाप गिर रहा है। सर्दी बढ़ने से बच्चे भी डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। शरीर में पानी और नमक की कमी होने से खासकर बच्चों की हालत बिगड़ रही है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में हर रोज ऐसे 20 से अधिक बच्चे पहुंच रहे हैं। व्यस्क मरीजों में भी दस्त की समस्या बढ़ी है।
फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि डायरिया इस बार नए तरह के लक्षण दे रहा है। उल्टी-दस्त से शरीर में नमक और पानी की कमी इतनी तेज होती है कि रोगी का ब्लड प्रेशर गिर जाता है। 120/80 के स्थान पर ऐसे रोगियों का ब्लड प्रेशर 85/45 तक मिल रहा है। बृहस्पतिवार को डायरिया के दो ऐसे मरीज आए।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि सर्दी बढ़ने से बच्चे भी डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। बार बार दस्त होने से उनकी सेहत टूट रही है। अभिभावकों से उन्हें दिन में बार-बार ओआरएस का घोल पिलाने की सलाह भी दी जा रही है। कुछ बच्चों को भर्ती भी करना पड़ रहा है।