हापुड़ जिले के लालपुर गांव के किसानों ने गढ़ रोड स्थित दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी पर नकली और एक्सपायरी कीटनाशक बेचने का गंभीर आरोप लगाया है। सोमवार को किसानों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को असली और नकली दवाओं की बोतलें और पैकिंग के सबूत सौंपे।
किसानों का आरोप है कि इन जहरीली और मिलावटी दवाओं के इस्तेमाल से उनकी खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं और उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
🧪 कैसे पकड़ी गई मिलावट?
किसान आदेश कुमार ने डीएम को बताया कि उन्होंने
- “यारा” कंपनी का कम्प्लेक्स उर्वरक 2500 रुपये प्रति बैग में खरीदा।
- जब असर नहीं दिखा तो उन्होंने कंपनी प्रतिनिधि से जांच कराई, जिन्होंने स्पष्ट कहा कि ये बैग उनकी कंपनी के नहीं हैं।
इसके अलावा, किसानों ने “बायर कंपनी” के बायेगो कीटनाशक भी खरीदे थे,
- जिनमें कोई असर नहीं दिखा।
- जांच में पाया गया कि बोतलों पर डबल प्रिंटिंग कर एक्सपायरी तारीख बढ़ा दी गई थी।
- वास्तविक मियाद जून में खत्म हो चुकी थी, लेकिन बोतलों पर अक्टूबर की तारीख छपी थी।
📄 पहले से दर्ज है मामला, अब नया खुलासा
दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ पहले ही फर्टिलाइजर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
अब किसानों की नई शिकायतों के आधार पर
कीटनाशक अधिनियम (Insecticides Act) के तहत भी कार्रवाई की तैयारी है।
🗣️ प्रशासन ने क्या कहा?
जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश ने बताया:
“किसानों की शिकायत गंभीर है। पहले फर्टिलाइजर एक्ट में कार्यवाही की गई है। अब कीटनाशक एक्ट के तहत भी जांच और कार्यवाही की जाएगी।”
📉 किसानों को कितना नुकसान?
किसानों का कहना है कि
- उन्होंने इन नकली उत्पादों पर हजारों रुपये खर्च किए।
- लेकिन न उर्वरक ने असर किया और न ही कीटनाशक ने फसल बचाई।
- आमदनी के बजाय अब कर्ज चुकाने की चिंता सता रही है।
🧑🌾 किसानों की मांग:
- दोषी दुकानदार पर कड़ी कानूनी कार्यवाही हो।
- कंपनी प्रतिनिधियों को भी पूछताछ के दायरे में लाया जाए।
- किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जाए।