जनपद हापुड़ के पिलखुवा शहर में बिना मानकों के दो सौ से अधिक चादर एवं तिरपाल बनाने की फैक्टरियां एवं रंगाई धुलाई एवं छपाई के कारखाने धड़ल्ले से चल रहे हैं। कई बार इन फैक्टरियों में आगजनी की घटनाएं भी हो चुकी है। फैक्टरियों का संचालन मानकों के विपरीत हो रहा है।
धड़ल्ले से चल रही यह फैक्टरियां एवं कारखाने इतनी तंग गलियों में चल रहीं हैं, जहां बाइक का भी घुसना मुश्किल है। इन फैक्टरियों पर कार्यवाही तो दूर की बात है, अधिकारी इन्हें अभी तक नोटिस भी नहीं भेज पाए हैं। वह शायद किसी बड़ी घटना घटित होने का इंतजार कर रहे हैं।
अधिकांश फैक्टरियों में न तो आग बुझाने के पर्याप्त उपकरण, और न ही आगजनी की घटना होने पर मजदूरों को बाहर निकालने की व्यवस्था। कई बार ऐसी घटनाएं फैक्टरियों में भी हो चुकी है। ऐसी घटनाओं के दौरान लोगों की जान का खतरा बना रहता है।