जनपद हापुड़ में वायरल बुखार से तप रहे मरीजों को आई फ्लू चपेट में ले रहा है। संक्रमित लोगों के बिना संपर्क में आए ही मरीजों में लक्षण दिख रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी ऐसे मरीजों से फुल हैं। सीएचसी और जिला अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में सबसे ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं।
गढ़ रोड सीएचसी अस्पताल की ओपीडी में बृहस्पतिवार को 1868 मरीज आए। इसमें से मेडिसिन विभाग में 557, नेत्र रोग विभाग में 186 और बाल रोग विभाग में 125 मरीज आए। नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में दो से तीन घंटा तक इंतजार के बाद नंबर आ रहा है।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. दिनेश खत्री ने बताया कि ओपीडी में ऐसे मरीज भी आ रहे हैं, जिनको बुखार-खांसी, शरीर में दर्द, थकान और आंखों में दर्द की परेशानी थी। तीन दिन तक दवा खाने के बाद फॉलोअप में जब दिखाने आए तो उनको आईफ्लू भी हो गया। ऐसे 20-25 फीसदी मरीज हैं। सीएचसी अस्पतालों में 18 हजार आई ड्रॉप भेजे गए हैं।
वहीं वायरल फीवर के मरीजों में भी कमी नहीं आई है। अभी मरीजों में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, आंखों में दर्द, बेचैनी की दिक्कत मिल रही है । थकावट और भूख कम लग रही है। खराश, गले में दर्द और छाती में जकड़न की भी परेशानी बता रहे हैं।
जिला अस्पताल के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अतुल आनंद ने बताया कि ओपीडी में 121 मरीज आए। इनमें अधिकांश को आई फ्लू था । मरीजों की आंख और पलकों पर सूजन भी मिली। इनमें 10-15 बच्चे ऐसे रहे, जिसमें जलन-खुजली होने पर आंखों को रगड़ दिया। इससे परेशानी और बढ़ गई।
जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ.प्रदीप मित्तल ने बताया कि ओपीडी में 1241 मरीजों में से बुखार-खांसी, आई फ्लू के अलावा त्वचा रोग के मरीजों की संख्या अधिक है। मरीज खुजली, फंगल इन्फेक्शन, बाल गिरने की परेशानी बता रहे हैं।
बुधवार को सीएचसी और जिला अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ से व्यवस्था चरमरा गई। सुबह 10 से 12 बजे तक हॉल भर गया। जल्दी पर्चा बनवाने और दवा लेने के लिए धक्कामुक्की देखने को मिली।