जिले में बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा असर गढ़ क्षेत्र के गांवों में दिख रहा है। हाल यह है कि हर दूसरे घर में लोग बुखार से तप रहे हैं। क्षेत्र के गांव नयाबांस में वायरल के सबसे अधिक मरीज हैं। झोलाछापों के सहारे ही इनका इलाज चल रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग भी गांवों में शिविर लगाने का दावा कर रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 15 दिन से गांव में टायफाइड, मलेरिया व बुखार से लोग जूझ रहे हैं। गांव नयाबांस में 40 प्रतिशत घरों में लोग बुखार में तप रहे हैं। गांव में स्वास्थ्य कैंप न लगने के कारण झोलाछापों से उपचार कराना पड़ रहा है। नयावांस में अधिकांश गरीब मजदूर तबके के लोग हैं, ऐसे में महंगा उपचार नहीं कराया जा सकता। वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि फॉगिंग और दवाओं का छिड़काव नहीं हो रहा है। जिससे लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. दिनेश भारती ने कहा कि मरीज गढ़ के सरकारी अस्पताल में जांच कराकर टायफाइड, मलेरिया समेत अन्य बुखार का उपचार करा सकता है। अस्पताल में सभी दवाइय उपलब्ध हैं।