प्रशासन से कई बार अवैध कब्जे हटवाए जाने के बाद भी डिज्नीलैंड की भूमि पर लहलहा रहीं फसलें
जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तहसील क्षेत्र के गांव कल्याणपुर के जंगल में (कोथला खादर) प्राकृतिक झील की सरकारी भूमि से प्रशासन से कई बार अवैध कब्जे हटवाए हैं, इसके बावजूद भी भूमि कब्जा मुक्त नहीं हो पा रही है।
शासन द्वारा गढ़-ब्रजघाट को तीर्थ और पर्यटन नगरी बनाने के लिए कवायद की जा रही है। जिसके तहत गांव कल्याणपुर और कोथला खादर की प्राकृतिक झील पर डिज्नीलैंड बनाया जाना है।
जिसे लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार के निर्देश पर करीब 7 साल पहले पर्यटन विभाग और कई विभागों के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की थी। वर्ष 2018 में तत्कालीन विधायक डॉ. कमल सिंह मलिक ने भी डिज्नीलैंड के लिए योजना तैयार कराने का दावा किया था।
लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी है। जिसका मुख्य कारण झील की भूमि पर अवैध कब्जा कर की जा रही खेती है।
लगभग सात वर्ष पूर्व शासन के निर्देश पर तहसील प्रशासन ने पुलिस की मदद से झील की भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त कराई थी। इससे पहले भी वर्ष 2014 में भूमि को कब्जा मुक्त कराकर 25 से भी अधिक लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। लेकिन
प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक बार फिर सैकड़ों बीघा झील की सरकारी भूमि पर आसपास के गांवों के किसानों ने कब्जा कर फसल बोई हुई है। जिसके चलते डिज्नीलैंड बनाने को लेकर कोई कार्यवाही होती दिखाई नहीं दे रही।