हापुड़। शहर में नालों की सफाई को लेकर नगर पालिका और प्रशासन आमने-सामने दिखाई दिए। बुधवार को एसडीएम सदर ईला प्रकाश ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान कई जगहों पर नालों में गंदगी और पॉलिथीन देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और नगर पालिका अधिकारियों को 48 घंटे के भीतर सफाई पूरी कराने के निर्देश दिए।
एसडीएम का यह दौरा सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चला। उन्होंने पक्का बाग, सिकंदर गेट, मोती कॉलोनी, अतरपुरा चौपला और नगर पालिका कार्यालय के बाहर से गुजरने वाले नालों की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोग भी मौके पर इकट्ठा हो गए और सफाई न होने की शिकायतें शुरू हो गईं।
लोगों ने बताया कि कई दिनों से सफाई नहीं हुई है, सफाई कर्मचारी नहीं आते और रेहड़ी-पटरी वाले नालों में पॉलिथीन फेंकते हैं। एक जगह तो एसडीएम ने तत्काल मौके पर मौजूद कर्मचारियों को नाले में सफाई के उपकरण डालकर जांच करने को कहा। मात्र एक फुट गहराई में ही मोटी गाद जमा मिली, जिससे साफ हुआ कि सफाई केवल कागजों में ही हुई है।
एसडीएम ने मुख्य सफाई निरीक्षक आवेश कुमार समेत अन्य अधिकारियों को फटकार लगाई और सख्त लहजे में कहा कि यदि 48 घंटे के भीतर सभी प्रमुख नालों की सफाई नहीं होती तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ डीएम को कार्यवाही की संस्तुति की जाएगी।
इस बीच ईओ इंद्रपाल सिंह ने सफाई में चूक से इनकार किया है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि बैठक में उन्होंने केवल पांच प्रमुख नालों की सफाई की जानकारी दी थी, जिनका टेंडर हुआ था। बाकी नालों की सफाई लगातार जारी है, लेकिन कचरा बार-बार बहकर आ जाने से स्थिति बिगड़ जाती है।
रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी
एसडीएम ने साफ किया कि निरीक्षण के दौरान जो भी खामियां पाई गई हैं, उसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को भेजी जाएगी, ताकि जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही हो सके।