गढ़मुक्तेश्वर। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता कार्यालय में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर रजनीश कुमार को भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सेवा से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। यह कार्रवाई विभागीय जांच में आरोप सत्य पाए जाने के बाद की गई है।
रजनीश कुमार पर आरोप था कि वह काम के नाम पर रिश्वत की मांग करता था। यह शिकायत निगम के ही ठेकेदार दुष्यंत कुमार ने की थी। पीड़ित द्वारा कई बार स्थानीय स्तर पर शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गई। अंततः मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा, जिसके बाद एक जांच टीम गठित कर पूरे प्रकरण की पड़ताल की गई।
जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर अधीक्षण अभियंता एके अग्रवाल के निर्देश पर अधिशासी अभियंता अनुज जायसवाल ने कार्यवाही करते हुए आउटसोर्स कर्मचारी रजनीश कुमार की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दीं। इसके साथ ही कार्यदायी संस्था को दूसरे कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती के निर्देश भी दे दिए गए हैं।
कार्रवाई से विभाग में मचा हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद ऊर्जा निगम कार्यालय में कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। अक्सर निगम के कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाते हैं, लेकिन उन पर सख्त कार्यवाही दुर्लभ रही है।
इस बार अधिकारियों द्वारा तत्काल और स्पष्ट कदम उठाए जाने को आमजन में एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।