हापुड़ ऊर्जा निगम हापुड़ डिवीजन में पांच बिजलीघरों की क्षमता बढ़ाएगा। प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिल गई है, गर्मियों में उपभोक्ताओं को परेशान नहीं होना पड़ेगा। गर्मियों से पहले ही उच्च क्षमता के ट्रांसफार्मर बिजलीघरों में लगेंगे। 3500 से अधिक संयोजनों की मरम्मत के आदेश भी दिए गए हैं।
जिले के तीनों डिवीजनों में 52 बिजलीघर हैं, जबकि उपभोक्ताओं की संख्या 3.05 लाख के पार है। सालों से उपभोक्ता बढ़ रहे हैं, लेकिन बिजलीघरों के संसाधन नहीं बढ़ सके। ऐसे में हर साल गर्मियों में हाहाकार मचता है। इन दिनों जिले में बिजनेस प्लान लागू हैं, जिसके जरिए ही संसाधन बढ़ाने की तैयारी है। बिजनेस प्लान में अवर अभियंताओं द्वारा तैयार प्रस्ताव पर पांच बिजलीघरों को शामिल किया गया है। इन बिजलीघरों पर लोड सबसे अधिक है, घरेलू और शहरी उपभोक्ताओं को जोड़ने वाले बिजलीघरों के साथ ही औद्योगिक इकाइयों को आपूर्ति देने वाले धीरखेड़ा बिजलीघर की क्षमता वृद्धि को भी मंजूरी मिली है।
कुल मिलाकर बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऊर्जा निगम हापुड़ डिवीजन में पांच बिजलीघरों की क्षमता बढ़ाएगा। 50 हजार उपभोक्ताओं को निर्बाध सप्लाई मिल सकेगी। जल्द ही उच्च क्षमता के ट्रांसफार्मर जिले को आवंटित हो जाएंगे, पुराने परिसरों में ही इन्हें लगाया जाएगा। ऊर्जा निगम की तरफ से बिजली घरों पर लगे बड़े ट्रांसफार्मर की निगरानी के लिए भी अतिरिक्त टीम गठित की गई है।
अधिशासी अभियंता आरपी वर्मा- ने बताया की जिन बिजलीघरों पर ओवरलोडिंग की समस्या है, उनकी क्षमता वृद्धि होगी। हापुड़ डिवीजन में पांच बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि को मंजूरी मिल गई है। गर्मियों में उपभोक्ताओं को परेशान नहीं होना पड़ेगा।