हापुड़ में अचानक आई तेज आंधी तूफान व बारिश से रातभर देहात अंचल के फीडर ठप रहे। शहरी क्षेत्र में भी लोगों ने बिजली संकट झेला। दस घंटे बाद तक सप्लाई सामान्य हो सकी, भीषण गर्मी में लोगों को जरूरी कार्य निपटाने में परेशानी हुई। वहीं, टूटी लाइनों को ठीक करने का कार्य दिनभर जारी रहा।
एक महीने से भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, बिजली की अत्यधिक मांग से रोजाना पांच से अधिक ट्रांसफार्मर फुंक रहे थे। बिजलीघरों पर वोल्टेज भी 11 हजार से घटकर 9500 तक रह गए। बुधवार रात में तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई। इससे बिजलीघरों की सप्लाई तुरंत ही ठप हो गई। आंधी और बारिश से बुधवार रात बिजली व्यवस्था बेपटरी हो गई। लाइनों में कहीं फाल्ट तो कहीं तार टूट गए।
हापुड़ डिवीजन के जसरूपनगर, कैली, धीरखेड़ा, मोदीनगर रोड, लालपुर, बाबूगढ़, पटना मुरादपुर की सप्लाई बाधित हो गई। इनसे जुड़े करीब 120 गांवों में अंधेरा पसर गया। कुछ इलाकों की सप्लाई रात में ही बहाल करा दी गई। लेकिन अधिकांश गांवों में तड़के तक सप्लाई चालू हो सकी। रातभर लोगों को गर्मी और मच्छरों से जूझना पड़ा। वहीं, दिल्ली रोड बिजलीघर से जुड़े शहरी क्षेत्र में भी आंधी, बारिश के दौरान सप्लाई बाधित रही। विद्युत कर्मी लाइनों को दुरुस्त करने में लगे रहे।
फीडर नंबर तीन से जुड़े इलाकों में छह घंटे से अधिक सप्लाई बाधित रही। वहीं, रघुवीर गंज समेत आस पास के आधा दर्जन मोहल्लों ने भी रातभर बिजली संकट झेला। बृहस्पतिवार को तापमान गिरने से बिजलीघरों पर वोल्टेज साढ़े दस हजार के पार रहे। जिस कारण उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज की समस्या से राहत मिल गई। दिनभर बिजलीघरों की लाइनों को ठीक करने का कार्य चलता रहा। वैकल्पिक तौर पर गांवों की आपूर्ति बहाल कराई जा सकी। रमपुरा बिजलीघर की सप्लाई रात में सात घंटे तक बाधित रही।
दिल्ली रोड बिजलीघर के फीडर नंबर चार को रात में पांच घंटे तक बंद रखा। इससे जुड़े इलाके में एक तार टूटने की वजह से फीडर को बंद रखा गया। साथ ही इस बिजलीघर के फीडर तीन, पांच, सात सुबह चार से नौ तक केबिल बॉक्स में फाल्ट से बंद रहे।