जनपद हापुड़ में हर घर बिजली कनेक्शन की सौभाग्य योजना ने गरीब उपभोक्ताओं की नींद उड़ा दी है। पांच सालों में बहुत से उपभोक्ताओं के घर बिल तो नहीं पहुंचे लेकिन, अब 60 से 80 हजार के बकाया बिल की आरसी पहुंच रही है।
योजना में बिना रिकॉर्ड के मीटर उपभोक्ताओं के घर लगे मिले हैं, जो फर्जीवाड़ा दर्शाते हैं। वर्ष 2018 में सौभाग्य योजना शुरू हुई थी, इसका उद्देश्य देहात अंचल के अंतिम घर तक सप्लाई देना था। इस योजना में प्राइवेट कांट्रेक्टरों को कनेक्शन देने की छूट दे दी गई। ऐसे में लक्ष्य पूरा करने के लिए ठेकेदारों ने सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन मिलने का झांसा देकर बड़ी संख्या में गरीबों में कनेक्शन बांटे।
जिन उपभोक्ताओं के पहले से कनेक्शन थे, उन्हें दोबारा कनेक्शन दिए गए। इनके पकड़ में आने पर कई कनेक्शन बंद भी किए गए हैं। अब योजना से जुड़ा एक नया मामला सामने आया है, इस योजना से जुड़े कुछ उपभोक्ताओं ने अपना बिजली का बिल ही जमा नहीं किया है। लेकिन अब उनके घरों पर अमीन दस्तक दे रहे हैं। जिसमें 60 से 80 हजार की बकायेदारी निकल रही है।
हाथ में आरसी की लाल पर्ची लिए अमीन बकाया जमा न होने पर हवालात में डालने की धमकी दे रहे हैं। बृहस्पतिवार को एक्सईन कार्यालय पहुंचे ऐसे दो उपभोक्ताओं ने बताया कि उनका मीटर भी सालों पहले उतर गया है, अब अचानक आरसी जारी होने से परिवार आर्थिक संकट में पड़ गया है।
अधिशासी अभियंता मनोज कुमार- ने बताया की सौभाग्य योजना में कनेक्शन लेने वाले कुछ उपभोक्ताओं ने बिल नहीं मिलने की बात कही है और अब आरसी जारी होने के बारे में बताया है। रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। उपभोक्ताओं को राहत दिलाई जाएगी।