हापुड़ में छह महीने पहले हुए चुनाव की निर्वाचित कमेटी को नहीं मिली अनुमति। बुलंदशहर रोड स्थित श्रीजैन कन्या पाठशाला की प्रबंध समिति के चुनाव में बड़ी अनियमितता सामने आई है। चुनाव अधिकारी ने जिस सूची पर चुनाव कराया, डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में उसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं है। चुनाव के छह महीने बाद भी निर्वाचित कमेटी को अनुमति नहीं मिल सकी है। अधिकारी इस मामले में फंस रहे हैं, जिसके कारण बार-बार सुनवाई का समय देकर मामले को खींचा जा रहा है।
29 जनवरी 2024 को श्रीजैन कन्या पाठशाला की प्रबंध समिति का चुनाव कराया गया था, जिसमें सर्वसम्मति से एक कमेटी को चुना गया। लेकिन इसमें विवाद बढ़ता गया। पूर्व में नियुक्त चुनाव अधिकारी रामवीर पुंडीर ने सदस्यों की वैध सूची के डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म्स सोसायटीज एंड चिट्स कार्यालय में नहीं मिलने के कारण चुनाव कराने से इन्कार कर दिया था।
लेकिन चुनाव अधिकारी बदले गए, इस बार 188 सदस्यों वाली सूची पर ही चुनाव कराने का निर्णय लिया गया। 188 सदस्यों वाली सूची का रिकॉर्ड डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म्स सोसायटीज एंड चिट्स कार्यालय में है ही नहीं, कार्यालय ने अपने पत्र में भी यह लिखा है। फिर भी इस सूची पर चुनाव कराया गया। अब यह कृत्य अधिकारियों की गले की फांस बन गया है। क्योंकि छह महीने बाद भी कमेटी को अनुमति नहीं मिली है।
डीआईओएस ने अपने पत्र में स्वीकारा है कि डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म्स सोसायटीज एंड चिट्स से साधारण/आजीवन सदस्यों की वैध सूची मांगी गई, लेकिन कार्यालय से ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिल सका। छह जून को इसमें सुनवाई भी की गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अब अधिकारी जांच जारी होने की बात कह समय खींच रहे हैं।
कमेटी में तथाकथित अध्यक्ष ने अपने पत्र में यह तक कहा है कि उन्होंने चुनाव अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर न तो कोई नामांकन पत्र ही प्रस्तुत किया और न ही किसी चुनाव प्रक्रिया में भाग लिया है।