सहकारिता चुनाव के मद्देनजर जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। जिले में संचालित 64 समितियों में से 32 में निर्विरोध डायरेक्टर चुन लिए गए हैं, सिर्फ 30 पैक्स समितियों में संचालक पद पर शनिवार को चुनाव होगा। 152 संचालक पद के प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि 118 निर्विरोध चुने जा चुके हैं। चुनाव वाली समितियों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है, सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए हैं। 19 मार्च को सभापति और उपसभापति का चुनाव होगा।
जिले की 36 कृषक सेवा सहकारी समिति पर संचालक पदों के लिए चुनाव चल रहा है। जिसमें बाबूगढ़ समिति का चुनाव रद्द हो जाने के कारण सिर्फ 30 समितियां ही बची हैं, जबकि पांच समितियों पर निर्विरोध डायरेक्टर का चयन हो चुका है। इन 30 समितियों पर चुनाव को लेकर गांवों में घमासान मचा है, समिति के सदस्यों की वोट लेने के लिए प्रत्याशी हर संभव गठजोड़ में लगे हैं।
बता दें कि एक समिति में नो वार्ड होते हैं, जिनमें हर एक से संचालक का चयन होता है। 30 पैक्स समितियों पर होने वाले चुनाव को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतदान सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक चलेगा वहीं इसके बाद तुरंत मतगणना होगी।
एक बूथ पर दो से लेकर पांच कर्मचारी की मतगणना में ड्यूटी लगी है। चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए पुलिस की खास व्यवस्था की गई है। जहां भी चुनाव है, उन सभी स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहेगा। पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। सभी पुलिस अधिकारी चुनावी स्थलों पर दौरा कर स्थिति पर नजर रखेंगे। किसी भी दशा में असामाजिक तत्वों की किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिले में संचालित आजमपुर दहपा, हसनपुर लोढा, दहरा, गंदू नंगला, सलारपुर की समितियों पर निर्विरोध डायरेक्टर चुने गए हैं, इन समितियों पर चुनाव नहीं होगा।
सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता विकास नेहरा- का कहना है की समितियों पर होने वाला ‘चुनाव कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जाएगा। चुनाव चिन्ह बृहस्पतिवार को ही आवंटित किए जा चुके हैं। बैलट पेपर भी कार्मिकों को उपलब्ध करा दिए गए हैं। चुनाव निष्पक्ष संपन्न कराया जाएगा।