जनपद हापुड़ में वासंतिक नवरात्र शुरू होने में आठ दिन शेष रह गए हैं। शक्ति की आराधना का महापर्व चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से 22 मार्च से शुरू होगा। पूरे नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना होगी। नवसंवत्सर की भी शुरूआत हो जाएगी।
भारतीय ज्योतिष कर्मकांड महासभा के परामर्श बोर्ड सदस्य पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि 22 मार्च को प्रतिपदा तिथि है, इस दिन से वासंतिक नवरात्र प्रारंभ होंगे।
नौ दिन के नवरात्र हैं, सभी दिन माता रानी की पूजा पाठ होगी। सभी भक्त नवरात्रों में भक्तिभाव से मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना करेंगे। प्रतिपदा नवरात्र बुद्धवार रात्रि 8.20 तक है। भद्रा न होने से पूरा दिन मां की पूजा अर्चना के लिए शुभ है। इस दिन ही कलश स्थापित ‘ करने के लिए अनुष्ठान शुरू होगा।
कलश स्थापना के लिए सुबह 6.23 बजे से 7.32 बजे तक स्वभाव मीन लग्न में, सुबह 9.07 बजे से 11.03 बजे तक स्थिर वृष लग्न में, 6.23 बजे से 12.24 बजे तक का समय चौघडिय़ा, अभिजीत आदि योग में भी शुभ रहेगा।
इस बार तीन सर्वार्थ सिद्धि, तीन रवि योग, दो अमृत सिद्धि योग और गुरु पुष्प का संयोग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग 23, 27 व 30 मार्च को लगेगा। अमृत सिद्धि योग 17 व 30 मार्च को और रवि योग 24,26 व 29 मार्च को लगेगा। नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी पर गुरु पुष्पयोग का महासंयोग बन रहा है। 27 मार्च को रोहिणी नक्षत्र होने से चंद्र रोहिणी श्यन शुभ योग भी बन रहा है।
नवरात्र में मातारानी का आगमन व प्रस्थान दोनों ही मंगलकारी है। वहीं नवरात्र की मंदिरों में भी तैयारियां जोरोशोरों से शुरू हो गई हैं। सभी मंदिरों में सफाई के अलावा रंगाई व पुताई की जा रही है।