हापुड़ में जेएमएस के मैदान पर बुलंदशहर और हापुड़ क्रिकेट संघ के तत्वावधान में आयोजित अंडर-16 क्रिकेट लीग टूर्नामेंट का आगाज हुआ। जेएमएस के चेयरमैन आयुष सिंहल जो कि हापुड़ क्रिकेट टूर्नामेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष है। उनकी अध्यक्षता और वीसी नितिन गॉड के द्वारा टूर्नामेंट का शुभारंभ हुआ। टूर्नामेंट में मुख्यातिथि हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण के वीसी नितिन गॉड और पूर्व डीजीपी व उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक और उत्तर प्रदेश प्रीमियर लीग के चेयरमैन डीएस चौहान रहे।
पूर्व डीजीपी व उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक और उत्तर प्रदेश प्रीमियर लीग के चेयरमैन डीएस चौहान ने कहा कि अंडर-16 क्रिकेट की पहली सीढ़ी है, इसमें अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो आप अंडर-19 खेलेंगे, अंडर-20 खेलेंगे। अच्छी तकनीक के साथ क्रिकेट में सफलता संभव है।
उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सफल खिलाड़ियों को ही रणजी और राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका मिलेगा। 16 साल की उम्र पूर्ण कर चुके खिलाड़ियों को अपनी तकनीक विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए। अच्छी तकनीक के साथ आप लंबा क्रिकेट खेल सकेंगे। आज के युवा प्रीमियर लीग को देखकर अपने क्रिकेट को ढालते हैं, जो सही नहीं है। जब तक आपकी तकनीक ठीक नहीं होगी तब तक आप अच्छे खिलाड़ी नहीं बन सकते।
क्रिकेट में सफलता के चार टिप्स हैं, जिसमें स्पीड, स्ट्रेंथ, स्टेमिना और स्किल, ये चार एस अवश्य ध्यान में रखें। स्पीड आपकी रनिंग, दौड़, फुर्ती से आएगी, जितना आपके अंदर स्ट्रेंथ होगी उतना ही लंबा क्रिकेट खेल सकेंगे। स्टेमिना भी इसी का अंग है, स्किल का अर्थ आपके शॉट, बॉलिंग, फिल्डिंग से है।
उन्होंने कहा कि क्रिकेट में बहुत अच्छा भविष्य है, यूपी क्रिकेट के संरक्षक राजीव शुक्ला का योगदान अतुल्य है, उन्होंने यूपी के खिलाड़ियों के लिए बहुत कुछ किया है बल्कि बहुत से टूर्नामेंट भी यूपी में लेकर आए। उन्होंने यूपी प्रीमियर लीग भी शुरू की है, जिसमें कम से कम 150 खिलाड़ियों को मौका मिलता है। उप्र क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक युद्धवीर त्यागी, राकेश मिश्रा, अंशुल मित्तल, अमरीश गुप्ता, जेएमएस के निदेशक आयुष सिंहल, रोहन सिंहल के सहयोग को भी उन्होंने सराहा।
एचपीडीए के वीसी डॉ.नितिन गौड ने कहा कि हापुड़ में जेएमएस द्वारा कराए जाने वाले इस तरह के टूर्नामेंट से खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मंच मिल रहा है।