हापुड़ शहर में जाम का कारण बनी ई- रिक्शा पर लगाम कसने और जाम के समाधान के लिए यातायात पुलिस ने परिवहन विभाग के सहयोग से योजना तैयार की है। 10 अक्तूबर से शहर में बिना पंजीकृत ई-रिक्शा का प्रवेश नहीं होगा। इसके लिए बैरियर तैयार किए गए हैं। वहीं, ऑटो निर्धारित रूट पर ही चलेंगे। इसके अलावा कहीं रोका तो कार्यवाही होगी।
शहर की सड़कों पर आए दिन जाम लगना आम बात है। इस जाम का मुख्य कारण भी ई-रिक्शा और ऑटो ही होते हैं। इन वाहनों के कहीं भी अपनी मर्जी से रोकने के कारण अक्सर जाम लग जाता है। इस स्थिति को देखते हुए योजना तैयार की जा रही है। आंकड़ों की बात करें तो शहर में करीब पांच हजार ई-रिक्शा विभिन्न मार्गों पर संचालित हैं। जबकि पंजीकरण मात्र 1500 रिक्शा का ही है। इनकी संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में इनके संचालन को सीमित किया जा रहा है।
पूर्व में ऑटो (थ्रीव्हीलर) के रूट निर्धारित करते हुए उन्हें यूनिक नंबर जारी किए गए थे। ताकि नंबर से हिसाब से ऑटो अपने अपने रूट पर ही चल सकेंगे। लेकिन कुछ ऑटो नियम तोड़ रहे हैं। अब इस मामले में सख्ती होगी और निर्धारित स्टैंड पर ही ऑटो को रोका जा सकेगा। ई-रिक्शाओं पर भी कहीं भी रुककर सवारी उठाने या उतारने पर पाबंदी होगी।
ई-रिक्शा पर लगाम कसने और जाम के समाधान के लिए स्टैंड भी निर्धारित किए जा रहे हैं। 10 अक्तूबर से शहर में बिना पंजीकृत ई-रिक्शा का प्रवेश नहीं होगा। वहीं, ऑटो निर्धारित रूट पर ही चलेंगे। और केवल स्टैंड पर ही सवारी उठा व उतार सकेंगे। इसके लिए फिलहाल सभी चालकों को जागरूक किया जा रहा है।
हापुड़ यातायात प्रभारी अमित कुमार सिंह- नेबताया की अभियान सुरक्षा व्यवस्था के नाम से इस मुहिम को शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य शहर को जाम मुक्त करना और ई-रिक्शा का नियमानुसार संचालन कराना है। चालकों को एकत्र कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। उनसे पंजीकरण की अपील भी की जा रही है।