हापुड़। भीषण गर्मी और धूल भरी हवाओं से लोग आंखों की बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं। एलर्जी होने से आंख में खुजली, चुभन, जलन और पानी जाने की समस्या बन रही है। निजी और सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीज पहुंच रहे हैं। बड़ों के साथ-साथ बच्चों की संख्या भी अधिक है। चिकित्सक इलाज के साथ सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। गर्मी और गर्म हवा की चपेट में आने के बाद लोग आंखों के दर्द से पीड़ित हो रहे हैं। स्थिति यह है कि जिला अस्पताल में सौ से अधिक मरीज आंखों से जुड़ी परेशानी के पहुंच रहे हैं। उन्हें लू लगने के बाद आंखों में दर्द महसूस हो रहा है। बिना सुरक्षित किए बाहर निकलने पर लू आंखों की मांसपेशियों को प्रभावित कर रही है।
मंगलवार को जिला अस्पताल के नेत्र रोग की ओपीडी के लिए 127 लोगों ने पर्चा बनवाया। अधिकांश के आंखों में एलर्जी के साथ जलन, चुभन और खुजली के अलावा सूजन की शिकायत थी। इस समय तेज धूप और धूल भरी हवाओं के कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मरीजों की आंख से पानी के साथ खुजली और जलन की समस्या हो रही है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.संजय ने बताया कि लू आंखों के लिए खतरनाक है। गर्मियों में ज्यादा तापमान आंखों को नुकसान पहुंचाता है। गर्मी में तेज धूप और धूल भरी हवा के कारण भी लोगों को परेशानी हो रही है। इससे आंखों का लाल होना, जलन और ड्राइनेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। तेज धूप से आंखों में इंफेक्शन का जोखिम भी रहता है।
यही नहीं लू की वजह से कॉर्निया के खराब होने का खतरा भी बना रहता है। लू के साथ धूल-मिट्टी से भी आंखों को बचाना चाहिए वरना एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जिन लोगों का कुछ दिन पहले ही मोतियाबिंद सहित अन्य आंखों से जुड़े ऑपरेशन हुए हैं, उन्हें लू से बचना चाहिए।