हापुड़ में तीन लाख शहरवासियों की सीवर संबंधी समस्या का समाधान चार चरणों में होगा। अब जल निगम नगरीय ने शहर को चार जोन में बांटते हुए करीब 40-40 करोड़ की डीपीआर तैयार की है। इस पूरे कार्य पर जल निगम करीब 160 करोड़ रुपये खर्च करेगा। जून तक डीपीआर के प्रस्तुतीकरण के बाद इसे स्वीकृति भी मिल जाएगी। जबकि, पूरे शहर में करीब 160 किलोमीटर लंबी लाइन डाली जाएगी।
पूर्व में जल निगम नगरीय ने पूरे शहर की एक डीपीआर बनाई थी, लेकिन करीब 160 करोड़ के प्रोजेक्ट की स्वीकृति एक साथ मिलना मुश्किल है। इसलिए चार जोन में शहर को बांटा गया है। जिससे कि डीपीआर की अलग-अलग स्वीकृति के साथ ही बजट भी मिल सके। इन डीपीआर का अलग-अलग प्रस्तुतीकरण लखनऊ मुख्यालय माह से अब पहला प्रस्तुतीकरण प्रथम चरण का होगा। इस डीपीआर में शहर के एक चौथे हिस्से को शामिल किया गया है। पहले चरण का काम अक्तूबर से शुरू होने की उम्मीद है।
शहर में करीब 33 करोड़ से 77 किमी लंबी पेयजल पाइपलाइन डाली जानी है। सीवर लाइन भी डालने की योजना है। जिससे कि सड़क को बार-बार न खोदना पड़े और लोगों को भी मुसीबत न हो। यह पाइप लाइन दिल्ली से लज्जापुरी वाले क्षेत्र से तहसील चौपला, फ्री गंज रोड से मेरठ रोड तिराहा, मोदीनगर रोड वाले क्षेत्र को शामिल कर मोहल्लों में डाली जाएगी।
मोहल्ला चमरी, लज्जापुरी, हर्ष विहार, अलका कालोनी, राजेंद्र नगर, दशमेश नगर, मधुबन कालोनी, आवास विकास, न्यू आलोक कालोनी, आलोक कालोनी, शांति विहार, आलोक कालोनी, प्रेमनगर, अशोक कालोनी, गड्ढा मोहल्ला, इंद्रानगर, रघुवीर गंज, कलक्टर गंज, गांधी विहार, आदर्श नगर कालोनी, हर्ष विहार, बैंक कालोनी, मोदीनगर रोड के मोहल्ले शामिल होंगे।
जल निगम नगरीय अधिशासी अभियंता अमीरुल हसन- ने बताया की पेयजल को लेकर सभी डीपीआर बना चुके हैं। अब शहर को चार जोन में बांटकर सीवरेज की डीपीआर बनाई हैं। जून माह तक इन डीपीआर से संबंधित सभी कार्य पूरे होने के साथ शासन में प्रस्तुतिकरण की भी उम्मीद है।