हापुड़। तेज गर्मी के चलते कुत्ते, बंदर खूंखार हो गए हैं। पिछले एक सप्ताह में इनके द्वारा 3500 से अधिक लोगों को काटकर घायल किया है। आठ सीएचसी और जिला अस्पताल में ऐसे घायल लोग एंटी रेबीज की वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं। बुधवार को भी 550 लोगों को वैक्सीन लगाई। इसमें शहरी क्षेत्र के लोग अधिक रहे। जानवरों के बदले इस रूप को देखकर लोगों में दहशत है। लोग अब इनके पास जाने से बच रहे हैं।
शहर से लेकर देहात तक यह कुत्ते गलियों में घूमते रहते हैं। कुत्तों के डर से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। आवारा कुत्ते राह चलते लोगों पर हमला बोल देते हैं। पालिका और प्रशासन बंदरों को पकड़वाने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं कर रहा है। यदि बंदर पकड़े भी जाते हैं तो उन्हें इधर उधर छोड़ दिया जाता है। जिसके कारण अब गांवों में भी बंदरों का उत्पात बढ़ गया है। अस्पतालों की ओपीडी में सबसे ज्यादा पर्चे एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने वालों के ही बन रहे हैं।
एक माह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। इस मौसम में आवारा कुत्ते, बंदर भी खूंखार होने लगे हैं, हालात ऐसे हैं कि जिला अस्पताल, आठ सीएचसी और पीएचसी में रोजाना 500 से ज्यादा लोग वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं। हापुड़ सीएचसी के आंकड़ों पर गौर करें तो रोजाना 130 से ज्यादा वैक्सीन लग रही हैं। शहरी क्षेत्र में शिवपुरी, इंद्रलोक, त्यागीनगर, श्रीनगर और बुलंदशहर रोड के मोहल्लों में सबसे ज्यादा कुत्ता और बंदर काटने के मरीज हैं।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- बताया की कुत्ता और बंदर अगर हमला करे तो घबराएं नहीं। कुत्ते के काटने के बाद घाव को साबुन से अच्छी तरह साफ करें। घाव पर कपड़ा या पट्टी न बांधे। झाड़-फूंक के उपचार से बचें। 24 घंटे के अंदर डॉक्टर को दिखाकर एआरवी लगवाएं।